हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी के बीच, अन्य रेल मार्गों को अपडेट करने पर जोर

भारतीय रेलवे का हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी के बीच अन्य रेल मार्गों को अपडेट करने पर जोर है। उत्तर रेलवे अपने बी रूट सहारनपुर-लखनऊ रेल मार्ग को दुरुस्त करने को तेजी से काम कर रहा है। योजना है कि 522 किलोमीटर लंबे इस रूट पर ट्रेनों की गति सौ किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की जा सके। रेलवे ट्रैक को सुधारकर इस पर चलने वाली ट्रेनों की गति बढ़ाने का प्रस्ताव मार्च, 2023 से पहले रेलवे बोर्ड को भेजा जाए। हालांकि रेलवे का लक्ष्य इस रूट पर 130 किमी प्रति घंटे से ट्रेनें दौड़ाना है, लेकिन इसके लिए अभी तमाम संसाधन जुटाने होंगे।

सहारनपुर-लखनऊ रेल रूट पर पंजाब और देहरादून से चलने वाली तमाम ट्रेनें गुजरती है। यह रेलवे का बी रूट कहलाता है। इस रूट पर अरसा पहले दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है, लेकिन ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने में रेलवे सुस्त रहा। लिहाजा काफी समय से सहारनपुर रूट पर सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ही ट्रेनों को चलाया जा रहा है। 

ट्रेन संचालन को रफ्तार देने के लिए अब उत्तर रेलवे मुख्यालय की प्राथमिकता में सहारनपुर-लखनऊ रूट शामिल हुआ है। इसके चलते इस रूट पर ट्रैक मेंटीनेंस से लेकर नई रेल पटरी बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। इस कवायद में 52 किलोग्राम वजन की पुरानी रेल पटरियों की जगह 60 किग्रा की रेल पटरी बिछाई जा रही है जर्जर स्लीपर बदले जा रहे हैं। मौजूदा समय में रामपुर से बरेली के बीच ट्रैक सुधार का काम चल रहा है। योजना है कि लखनऊ से सहारनपुर के बीच 522 किमी लंबे रूट को अगले साल मार्च से पहले अपडेट कर लिया जाए।

डीआरएम मुरादाबाद, अजय नंदन ने कहा कि लखनऊ-सहारनपुर रूट पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का काम तेज है। रेल लाइन और स्लीपर बदलने से लेकर अन्य संरक्षा संबंधी कार्यों को पूरा करते हुए ट्रैक सुधारा जा रहा है। मार्च से पहले ट्रैक सुधारने का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा जाएगा। मंजूरी मिलते ही रूट पर 110 की रफ्तार से ट्रेनों को चलाया जा सकेगा। 

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