बच्चों में हाई बीपी की समस्या को इस तरह करें कंट्रोल
हम सभी जानते हैं हमारे खराब खान-पान और अनियमित लाइफस्टाइल के चलते मोटापे की समस्या देखने को मिल रही है। इस समस्या से केवल युवा नहीं बल्कि बच्चे भी ग्रसित हैं। कम उम्र में ही बच्चों का मोटापे का शिकार होना, किसी बड़ी चिंता से कम नहीं है। आप सभी को हम यह भी बता दें कि बच्चों में डायबिटीज, दिल की बीमारी और अस्थमा मोटापा के चलते हो सकता है। हालांकि, खाने-पीने की आदत में सुधार करके हम अपने बच्चों को मोटापे की समस्या से दूर रख सकते हैं। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
हेल्दी खाने की आदत डालें- आप सभी को बता दें कि ज्यादातर बच्चे वही खाते हैं, जो उनके पेरेंट्स बाजार से खरीदकर लाते हैं। हालाँकि बाजार से खरीदे गए ज्यादातर फूड्स में हाई लेवल फैट और शुगर होती है, जो मोटापे का कारण बनते हैं। इसी के साथ सॉफ्ट ड्रिंक्स, फास्ट फूड और कैंडी भी मोटापे को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा आपको चाहिए घर में मिठाईयों को रखना सीमित करें। इसी के साथ बच्चों को फास्ट फूड, फ्रोजन फूड, सॉल्टी स्नैक्स और पैक्ड खाना देने के बजाय फ्रेश फ्रूट्स या वेजीटेबल्स खाने के लिए दें।
फैमिली एक्टिविटीज को बढ़ाएं- सबसे जरूरी है कि आप अपने घर में फैमिली एक्टिविटीज को बढ़ावा दें। जी हाँ क्योंकि इससे पूरी फैमिली एक साथ एन्जॉय कर सकती है। इसके अलावा इससे फैमिली बॉन्डिंग भी अच्छी बनती है। इसी के साथ बच्चों को फिजीकल एक्टिविटीज के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं। स्वीमिंग या साइकलिंग बच्चों को एक्टिव रखने में मदद कर सकती है।
बच्चों का स्क्रीन टाइम करें कम- जो बच्चे स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताते हैं, उन्हें मोटापा का ज्यादा खतरा रहता है। ऐसे में यह दावा किया जाता है कि जो बच्चे ज्यादा देर तक टीवी देखते हैं या फिर कम्प्यूटर पर गेम्स खेलते हैं, उन्हें मोटे होना का खतरा रहता है। आप सभी को बता दें कि स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों को फिजीकल एक्टिविटी का समय नहीं मिल पाता है। इस वजह से यह बेहद जरूरी है कि अपने बच्चों के स्क्रीन टाइम को कम करें। स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से आंखों पर भी बुरा असर पड़ता है।