अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी ने तीनों आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट, पढ़ें पूरी खबर …
बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी ने तीनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। लेकिन इस मामले की अहम कड़ी, उस वीआईपी के नाम के नाम का खुलासा अब तक नहीं हुआ है, जिसके लिए अंकिता पर एक्स्ट्रा सर्विस देने का आरोप हत्यारोपी पुलकित आर्य ने बनाया था।
एडीजी वी. मुरुगेशन ने शनिवार को पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों का बताया कि, 90 दिन से पहले ही एसआईटी अंकिता के हत्यारोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर देगी। इन तीनों पर अंकिता की हत्या सहित कई आरोप तय किए गए हैं। इसके बाद इनके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल होगा। एडीजी ने बताया कि इस मामले में वीआईपी के नाम का खुलासा और नार्को टेस्ट सहित तमाम बिंदुओं पर जांच जारी है।
एफएसएल रिपोर्ट का परीक्षण जारी है। फिर सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल होगी। वनंतरा रिजॉर्ट कर्मचारी, अंकिता के दोस्त, पटवारी, पूर्व कर्मचारी और आसपास के दुकानदारों सहित सौ गवाह बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सीडीआर, फॉरेंसिक रिपोर्ट, अंकिता के दोस्त से चैटिंग के स्क्रीनशॉट, पुलकित से बातचीत की रिकॉर्डिंग सहित करीब 30 से ज्यादा डॉक्यूमेंटल एविडेंस भी चार्जशीट में दर्ज हैं।
आज तक नहीं मिला अंकिता का मोबाइल
एसआईटी ने भले चार्जशीट बना ली, अभी तक अंकिता का मोबाइल नहीं मिला है। इस मोबाइल में तमाम ऐसे राज हो सकते हैं, जिससे संभवत: बड़े खुलासे हो सकते हैं। अंकिता और उसके दोस्त पुष्प की चैटिंग के अलावा तमाम तरह के सबूत भी एसआईटी को मिल सकते थे। लेकिन, आज तक यह मोबाइल बरामद नहीं हो पाया है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा
शुरुआत में पुलिस ने अंकिता के हत्यारोपियों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छिपाने और साजिश का मुकदमा दर्ज किया। बाद में जांच के दौरान इनके खिलाफ छेड़छाड़, परेशान करने के साथ अनैतिक देह व्यापार के लिए मजबूर करने की धाराएं जोड़ी गईं। इन तीनों के खिलाफ बाद में गैंगस्टर का मुकदमा भी दर्ज किया गया।
इन सवालों के अभी मिलने हैं जवाब
पटवारी और अंकिता के दोस्त की इस पूरे मामले में भूमिका क्या रही? अंकिता के दोस्त को पुलकित के रिजॉर्ट में ही वैकेंसी खाली होने का पता कैसे चला? अंकिता को रिजॉर्ट की बजाय पुलकित के पिता की कैंडी फैक्ट्री का कर्मचारी क्यों दिखाया गया था? अंकिता को किस वीआईपी के लिए स्पेशल सर्विस देने का दबाव बनाया जा रहा था? वनंतरा रिजॉर्ट में बाउंसरों के साथ आने वाला शख्स आखिर कौन था? अंकिता की हत्या के बाद पुलकित ने पटवारी चौकी में ही गुमशुदगी की सूचना क्यों दी?
यह था मामला
गंगाभोगपुर निवासी पुलकित आर्य पुत्र विनोद ने 19 सितंबर को राजस्व पुलिस में वनंतरा रिजॉर्ट की रिशेप्सनिष्ट अंकिता भंडारी की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। 22 सितंबर को यह मामला पुलिस तक पहुंचा। शक के आधार पर पुलकित समेत उसके मैनेजर अंकित और सौरभ को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। तब अंकिता को चीला नहर में फेंकने का खुलासा हुआ।
इसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलकित ने पुलिस को बताया कि अंकिता रिजॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का खुलासा कर सकती थी। 24 सितंबर को आरोपियों की निशानदेही पर चीला नहर से शव बरामद कर लिया गया था, जिसके बाद डीआईजी पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई।