राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने राजस्थान से हरियाणा में किया प्रवेश, सीएम गहलोत को गले लगा ली विदाई
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने राजस्थान के अलवर से हरियाणा में प्रवेश कर लिया है। राहुल गांधी ने सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र से गले मिलकार विदाई ली। राहुल गांधी ने यात्रा के शानदार स्वागत के लिए सीएम गहलोत को धन्यवाद दिया। अपने संबोधन में सीएम गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का आभार जताया। राहुल गांधी नूंह में यात्रियों से संग पैदल रवाना हुए। राहुल गांधी ने राजस्थान में यात्रा का पड़ाव पूरा होने पर हरियाणा को फ्लैग हैंडओवर सैरेमनी के दौरान सीएम गहलोत और पायलट को गले लगाया। भारत जोड़ो यात्रा ने आज नूंह के मुंडका बॉर्डर में प्रवेश किया। हरियाणा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने यात्रा का स्वागत किया। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान जी और भूपेंद्र हुड्डा को फ्लैग सौंपा गया।
गहलोत के मंत्री पैदल चलेंगे
राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे पहले बीजेपी के नेताओं ने पूछा, इस यात्रा की क्या जरूरत है। मैंने कहा आपके नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे है। हमारी यह लड़ाई हजारों साल पुरानी है। कोई नई नहीं है। आजकल के नेताओं को आदत बन गई है। नेताओं-जनता के बीच खाई बन गई है। इस यात्रा ने इसे बदले की कोशिश की है। राजस्थान की सरकार ने यह निर्णय किया है कि एक महीने में एक दिन सभी मंत्री 15 किलोमीटर पैदल चलेंगे। मैं यह चाहता हूं कि यह प्रत्येक जगह होनी चाहिए।
मोदी जी महंगाई पर नहीं बोलते
राहुल गांधी ने कहा कि इन सड़कों पर हजारों युवा नेता खड़े है। किसी ने इंजीनियरिंग की कोई आईएएस बनना चाहता है। लेकिन वह हो नहीं पा रहा है। कोई टैक्सी चला रहा है। नोटबंदी और जीएसटी छोटे व्यापारियों को मारने का हथियार है। नतीजा यह का आज देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। यूपीए सरकार में 500 रुपये में सिंलेडर मिलता था। जबकि पेट्रोल 60 रुपये में मिलता था। लेकिन आज मोदी जी महंगाई के नाम पर बात नहीं करना चाहते हैं। सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सत्ता विरोधी कोई लहर नहीं है। जनता का मूड है सरकार फिर से रिपीट हो। भारत जोड़ो यात्रा का मैसेज हर घर में पहुंच रहा है। देश में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर यह यात्रा है। देश में अमन चैन और भाई चारे का व्यवहार बने।