केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए की कही बात और बोलें ..
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सदन में जारी हंगामे के बीच गुरुवार को देश में कोरोना के हालात पर बयान दिया। उन्होंने कहा, ”पिछले 3 साल में कोराना वायरस के बदलते स्वभाव ने सेहत के लिए खतरा पैदा किया। इसने हर देश को प्रभावित किया। कोरोना से कई देशों पर असर पड़ा है। चीन, जापान में कोरोना से मौतें बढ़ी हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने साथ मिलकर 220 करोड़ वैक्सीन लगाकर कीर्तिमान हासिल किया है। जापान, साउथ कोरिया, यूएसए, फ्रांस जैसे देशों में कोविड से मौतों की संख्या बढ़ी है।”
भारत में कम हुए कोविड के मामले
मनसुख मांडविया ने सदन में कहा कि, ”पिछले कुछ दिनों से दुनिया में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन भारत में मामले कम हो रहे हैं। हम चीन में बढ़ते कोविड मामलों और इससे होने वाली मौतों को देख रहे हैं।” उन्होंने कहा कि,”हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं। राज्यों को सलाह दी जा रही है कि वो कोविड-19 के नए वेरिएंट की समय पर पहचान करने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाएं।”
राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई
स्वास्थ्य मंत्री ने लोकसभा में कहा कि, ”कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में स्वास्थ्य विभाग काफी सक्रिय रहा है। केंद्र सरकार ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान की है। अब तक 220 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं।” मंत्री ने कहा कि, ”नए साल और त्योहार के मद्देनजर राज्यों को सलाह दी जाती है कि वो एहतियाती खुराक के लिए जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को मास्क पहनने, सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक करें।”
‘महामारी से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं’
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि, ”हमने देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर आने वाले यात्रियों की रैंडम आरटी-पीसीआर सैंपलिंग भी शुरू कर दी है। हम महामारी से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उचित कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, ”महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। प्रिकॉशन डोज लगाने के बाद कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। दुश्मन समय-समय पर बदल रहा है। उसके खिलाफ लगातार लड़ाई जारी रखने की जरूरत है।”