मुख्यमंत्री और भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती पुरातत्व विभाग पर बरसी, जानें पूरा मामला ..

मध्य प्रदेश की तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर पहुंचीं पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती पुरातत्व विभाग पर बरस पड़ीं। पुरातत्व विभाग की ओर से ममलेश्वर मंदिर में नंदी जी के पास लगाई गई जाली को वास्तु के हिसाब से गलत बताते हुए ना सिर्फ नाराजगी जाहिर की, बल्कि उसे हटा भी दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरातत्व विभाग चाहे तो उन पर एफआईआर करा दे, वह जेल जाने को तैयार हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती गुरुवार को ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए पहुंचीं। इस दौरान जाली में कैद नंदी प्रतिमा को लेकर अफसरों पर भड़क गईं। उन्होंने पुरातत्व विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से कहा कि हजारों साल पहले विद्वानों ने वास्तु के अनुसार मंदिरों का निर्माण किया था। आज ऐसे विद्वानों को चुनौती देकर धरोहरों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर कुछ परिवर्तन जरूरी भी है तो इसके लिए वैदिक विद्वानों से सुझाव लेकर किए जाएं।  

यह है दर्शन का वास्तु 
पूर्व सीएम ने कहा ओंकारेश्वर में मुख्य ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर ही हैं। सामने ऊपर पहाड़ी पर तो विश्व के स्वामी ओंकार बिंदु संयुक्त बैठे हैं। ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग वृषभ राशि के स्वामी हैं। सामने नंदी भी वास्तु के हिसाब से बैठे हैं। वास्तु अनुसार मुझे दाएं होकर मंदिर में प्रवेश करना है लेकिन आपने रास्ता बंद कर रखा है। देशभर से नंगे पांव आने वाले भक्तों की आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। मैं यह नहीं होने दूंगी।

कर्मचारियों ने मांगा आवेदन, भारती ने कहा- करा दें एफआईआर 
पूर्व सीएम भारती के कहने पर भक्तों ने नंदी के चारों ओर लगी जाली हथोड़े से हटवा दी। उन्हें रोकते हुए पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने कहा आप आवेदन दे दो। हम अफसरों तक पहुंचाकर निराकरण कराएंगे। इस पर वे फिर भड़क उठीं। उन्होंने कहा मैं कोई भक्त भी आवेदन नहीं देगा। मैंने जाली तोड़ी है। आप अफसरों को सूचना देकर एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। मैं जेल जाने को तैयार हूं। लेकिन जाली दोबारा नहीं लगेगी। पूर्व सीएम के तेवर देख कर्मचारी सहमे नजर आए।

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