कोरोना के नए वेरिएंट से लड़ने के लिए बिहार में तैयारियां हुई तेज, टीकाकरण के लिए किया जा रहा जागरुक
कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 को लेकर जिला अलर्ट मोड में है। हालांकि अभी एक भी एक्टिव केस नहीं है। सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने कहा कि तीसरी लहर में जो जांच, इलाज व टीकाकरण की व्यवस्था थी, उसे सक्रिय कर दिया गया है। टीकाकरण को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं। इसके कारण पिछले दिनों कोविशील्ड वैक्सीन एक्पायर होने की कगार पर थी। शिविर लगाकर खपत की गई। 20 हजार नए डोज के लिए राज्य मुख्यालय को सूचना दी गई है। अभी जिले में कोवैक्सीन के छह हजार डोज उपलब्ध हैं।
पुरानी व्यवस्था फिर से लागू
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परिसर में बना 120 बेड का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल काम करेगा। इसमें 20 वेंटिलेटर बेड रखे गए हैं। इसके साथ सदर अस्पताल परिसर के मातृ-शिशु अस्पताल में 20 आक्सीजन बेड को तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर पीएचसी में दस-दस बेड का इंतजाम है। विभागीय गाइडलाइन के अनुसार दवा की उपलब्धता भी सभी जगहों पर है। बताया कि मरीज के अनुसार चिकित्सीय सुविधा दी जाएगी। अभी कोरोना को लेकर भयभीत होने की जरूरत नहीं है। सतर्क रहने की जरूरत है। कहा, कोरोना मरीज की पहचान के लिए जांच के साथ टीकाकरण व इलाज की व्यवस्था पहले की तरह चल रही है। जिले में एक भी एक्टिव मरीज नहीं है। आमलोग कोरोना को लेकर डरे नहीं, सर्तक रहें।
कोरोना की धमक के साथ जिला स्तर पर भी तैयारी की समीक्षा हुई। मुशहरी पीएचसी में कोरोना जांच नहीं हो रही है। इसको सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने गंभीरता से लेते हुए 24 घंटे के अंदर जांच की सुविधा उपलब्ध कराने का टास्क दिया। मुशहरी के प्रबंधक को हर दिन डाटा आपरेटर के माध्यम से कोरोना जांच व टीकाकरण की रिपोर्ट अपडेट करनी है। लापरवाही मिलने के बाद राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके साथ सभी पीएचसी में दस बेड का आक्सीजन बेड काम कर रहा है। जांच के लिए जिले में 25 टीमें लगाई गई हैं। इसमें चार टीम स्टेशन पर जांच कर रही है। वहां पर 24 घंटे जांच की सुविधा मिल रही है। टीकाकरण भी पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक चल रहा है। आम आदमी से अपील की है कि वह टीका जरूर ले लें।
बचाव को लेकर बनी यह कार्य योजना
-अभी सदर अस्पताल से पीएचसी तक टीकाकरण अभियान चल रहा है। उसको एक बार फिर गांव व पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर किया जाएगा।
-आशा बाहर से आने वालों पर नजर रखेंगी। अगर उनको कोरोना के लक्षण दिखे तो वह सूचना देंगी।
-जिला स्तर पर कोरोना हेल्प लाइन का आगाज मरीजों के आने के साथ ही हो जाएगा।
-मरीज की पहचान होने के बाद उसको कोरोना किट उपलब्ध करा दिया जाएगा।
-जांच के लिए रेलवे जंक्शन पर चार काउंटर, उत्पाद थाने में विशेष जांच सुविधा
-कोरोना वैक्सीन के लिए सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक टीकाकरण की सुविधा