दिल्ली में 11 सालों का टूटा रिकॉर्ड, जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा शीतलहर
राजधानी दिल्ली में शीतलहर चलने का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं सुबह के वक्त कोहरा भी लोगों की समस्या बढ़ा रहा है। इसके चलते ट्रेनों से लेकर उड़ानों तक पर असर देखा जा रहा है। कोहरे के कारण उत्तर रेलवे क्षेत्र में आज भी 16 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
दिल्ली के लोगों ने बीते 11 सालों में इस बार जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा शीतलहर का सामना किया है। जनवरी में अब तक आठ दिन ऐसे रहे हैं जब दिल्ली में शीतलहर की स्थिति बनी रही। इससे पहले वर्ष 2021 में सात दिन शीतलहर वाले रहे थे।
राजधानी में आमतौर पर दिसंबर और जनवरी में खासी ठंडक रहा करती थी, लेकिन इस बार दिसंबर का महीना अपेक्षाकृत गर्म रहा था। जनवरी माह में लोगों को सामान्य से ज्यादा सर्दियों का सामना करना पड़ा है। यहां तक कि जनवरी के अभी तक बीते दिनों में कड़ाके की सर्दी के दो दौर आ चुके हैं। शीतलहर वाली सर्दियों का पहला दौर पांच जनवरी को शुरू हुआ था और लगातार पांच दिनों तक दिल्ली के लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ा था। जबकि, दूसरा 16 जनवरी से शुरू हुआ और लगातार तीन दिन तक शीतलहर की स्थिति बनी रही।
मौसम विभाग के पास वर्ष 2012 से अब तक मौजूद आंकड़े बताते हैं कि 11 सालों में इस साल जनवरी के महीने में लोगों को सबसे ज्यादा शीतलहर का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 2021 में सात दिन शीतलहर चली थी। जबकि, वर्ष 2013 में ऐसे दिनों की संख्या छह रही थी। इस जनवरी की सोलह तारीख को लोगों ने सबसे ज्यादा ठंड झेली। इस दिन दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग का न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस रहा था।
सोमवार से आएगा बारिश-बादल का मौसम
दिल्ली में सोमवार से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि मौसम के अलग-अलग कारकों की वजह से सोमवार को हल्की बारिश और मंगलवार को मध्यम बारिश हो सकती है। मंगलवार के दिन हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रह सकती है और इस दौरान ओलावृष्टि होने की भी संभावना है।
प्रदूषित हवा से राहत नहीं
वहीं,राजधानी के लोगों को प्रदूषित हवा से राहत नहीं मिल रही है। गुरुवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में रहा। मौसम के अलग-अलग कारकों से अगले तीन दिनों के दौरान हवा की गुणवत्ता में हल्का सुधार आने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 338 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक से ऊपर बना हुआ है। एक दिन पहले यह 306 के अंक पर था। चौबीस घंटे में इसमें 32 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के दौरान हवा की गति आठ से 15 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रहेगी।
तीन दिन बाद दिल्ली में सर्दी थोड़ी कम हुई
दिल्ली को तीन दिन बाद शीतलहर से राहत मिली है। गुरुवार को दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से ऊपर रहा। राजधानी के लोग पिछले तीन दिनों से कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे थे। गुरुवार को दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है।