उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने इन पदों पर अलग अलग भर्तियां निकाली, पढ़ें पूरी डिटेल्स –

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पांच भर्तियों का शॉर्ट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। विस्तृत नोटिफिकेशन आज जारी किए जाएंगे। आवेदन 2 फरवरी से uppsc.up.nic.in पर जाकर कर सकेंगे। यूपीपीएससी ने क्षेत्रीय मद्य निषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी, प्राविधिक अधिकारी, सहायक वेधन अभियंता , प्राचार्य (आयुर्वेदिक), प्राचार्य (होम्योपैथिक) पदों पर अलग अलग भर्तियां निकाली हैं। इन भर्तियों के विस्तृत नोटिफिकेशन अलग अलग आज जारी किए जाएंगे। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 06 मार्च 2023 तय की गई है। ऑनलाइन आवेदन फीस जमा कराने की अंतिम तिथि 02 मार्च 2023 है। 

भर्तियों में अनुमानित वैकेंसी का ब्योरा नीचे देखा जा सकता है। 

विभाग, पद और वैकेंसी
मद्य निषेध विभाग, यूपी में क्षेत्रीय मद्य निषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी – 2
आबाकारी विभाग, यूपी, प्राविधिक अधिकारी – 02
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग, यूपी – सहायक वेधन अभियंता – 01
आयुष विभाग, यूपी – प्राचार्य (आयुर्वेदिक) – 04
आयुष विभाग, यूपी – प्राचार्य (होम्योपैथिक) – 06

शॉर्ट नोटिफिकेशन में कहा गया है इन पदों के लिए केवल ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे। अभ्यर्थी आवेदन से पहले विस्तृत नोटिफिकेशन में दिए गए दिशा निर्देशों को बारीकी से जरूर पढ़ लें। जिस पद के लिए अर्हता हो, उसके लिए वेबसाइट पर उपलब्ध निर्देशों के अनुसार आवेदन करें। 

नई वेबसाइट पर 15 दिन पहले दे दी गई थी भर्ती का जानकारी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की नई वेबसाइट पर नई भर्ती की सूचना 15 दिन पहले उपलब्ध करा दी गई थी। नई वेबसाइट पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) की सुविधा चालू है। एक बार अपनी सूचनाएं देने के बाद छात्र-छात्राओं को यूनिक ओटीआर नंबर मिल जाएगा जिसके बाद उसी के आधार पर ही भर्ती के लिए एक क्लिक में आवेदन कर सकेंगे। आयोग ने छात्र-छात्राओं को 31 मार्च तक ओटीआर भरने को कहा है। 

एक अप्रैल से आवेदन के लिए ओटीआर अनिवार्य
आयोग ने प्रतियोगी छात्रों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) की सुविधा शुरू की है। एक बार अपनी सूचनाएं देने के बाद छात्र-छात्राओं को यूनिक ओटीआर नंबर मिल जाएगा जिसके बाद उसी के आधार पर ही भर्ती के लिए एक क्लिक में आवेदन कर सकेंगे। आयोग ने 31 मार्च तक छात्र-छात्राओं से ओटीआर भरवाने का लक्ष्य रखा है। एक अप्रैल के बाद जारी सभी प्रकार के विज्ञापनों में ओटीआर अनिवार्य होगा। सचिव आलोक कुमार ने अभ्यर्थियों को 31 मार्च से पहले ओटीआर प्रक्रिया को पूर्ण करने की सलाह दी है। अध्यक्ष संजय श्रीनेत का मानना है कि 10 से 12 लाख अभ्यर्थी आयोग की भर्तियों के लिए आवेदन करते हैं। इनमें बड़ी संख्या में ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्र हैं जिन्हें बार-बार रजिस्ट्रेशन के लिए साइबर कैफे वालों को रुपये देने पड़ते हैं। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उन्हें सिर्फ फीस और इक्का-दुक्का सूचना भरकर आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी।

अधिकतम आयु सीमा पूरी करने पर हो जाएंगे बाहर
ओटीआर के माध्यम से आयोग अभ्यर्थियों का जो डाटा एकत्र कर रहा है उसमें से ऐसे अभ्यर्थी अपनेआप बाहर हो जाएंगे जिनकी अधिकतम आयु सीमा पूरी हो गई है। सामान्य व आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की अलग-अलग आयु सीमा निर्धारित है। उदाहरण के तौर पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी की आयु 40 वर्ष पूरी हो गई है जो उसका डाटा अपनेआप हट जाएगा क्योंकि वह भविष्य की भर्तियों के लिए आवेदन नहीं कर सकता।

ओटीआर के फायदे
– अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं के लिए अपनी शैक्षिक अर्हता एवं मूलभूत सूचनाओं से संबंधित अभिलेख का विवरण बार-बार भरने की आवश्यकता नहीं होगी।

– नए आवेदन पत्र भरने में समय की बचत के साथ अभ्यर्थियों के धन की भी बचत होगी।
– मूलभूत सूचनाओं को संशोधन करने का पर्याप्त अवसर मिलेगा जिससे न्यूनतम त्रुटियों की संभावना होगी।

– अगर समीक्षा के दौरान कोई गलती होती है तो उसको छात्र स्वयं ही ठीक कर सकते हैं।
– जल्दबाजी में गलत सूचना भरने के कारण या अंतिम समय में तकनीकी परेशानियों से निजात मिलेगी।

– पूर्व में बहुत सारे अभ्यर्थी एक ही परीक्षा के लिए कई फार्म भर देते थे जिससे सरकार को आर्थिक हानि होती थी और गड़बड़ी की भी आशंका बनी रहती थी।
– इसके पूर्व बहुत सारे अभ्यर्थी परीक्षाओं में आरक्षण का अनुचित लाभ लेने के लिए कूटरचित तरीके से अलग-अलग जाति का उल्लेख करके आवेदन कर देते थे। ओटीआर में यह आशंका भी नहीं रहेगी। 

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