वाराणसी नगर निगम द्वारा वाराणसी वेस्ट सॉल्यूशन्स प्रा0लि0 कम्पनी के नाम अनैतिक रूप से जारी किए गये लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस की प्रश्न एवं सन्दर्भ समिति के माध्यम से हो जांच- आशुतोष सिन्हा, एमएलसी
वाराणसी। सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने विधान परिषद के बजट सत्र के दौरान अपने संबोधन में वाराणसी नगर निगम द्वारा वाराणसी वेस्ट सॉल्यूशन्स प्रा0लि0 के नाम समस्त नियमों को ताक पर रखकर जारी किए गये लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस की जांच की मांग की है।उन्होंने कहा कि वाराणसी नगर निगम व वाराणसी वेस्ट सोल्यूशंस प्राईवेट लिमिटेड के बीच हुए कॉन्सेसन एग्रीमेंट में किसी भी गवाह के हस्ताक्षर नही हुए। मैं भी अधिवक्ता हूँ और यह भलीभांति जनता हूँ कि जब कोर्ट मैरिज में भी गवाह की आवश्यकत होती है, तो इतने बड़े एग्रीमेंट में गवाह क्यों नही हैं। इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि जिस कम्पनी के साथ एग्रीमेंट हुआ है, उसके पते पर अन्य दस कंपनियां और रजिस्टर्ड हैं, जिनके ऊपर कुल लगभग 200 करोड़ का लोन बकाया है। चूँकि इसी तरह से पूर्व में भी कई घोटाले हुए हैं, तो इसकी क्या गारण्टी है कि इस कम्पनी द्वारा कोई घोटाला नही किया जाएगा। इसमें 600 रुपये के कार्य के लिए कम्पनी को 3600 रुपये का भुगतान किया जा रहा है, जो कि करोड़ों में है। अतः यह बहुत बड़े भ्रष्टाचार को इंगित करता है।उनके इस प्रश्न के उत्तर में मा0 नगर विकास मंत्री ने गोल मटोल जवाब देते हुए प्रकरण को निराधार बताया, जिसपर श्री सिन्हा जी ने मा0 सभापति जी से इस प्रकरण को प्रश्न एवं सन्दर्भ समिति में भेजने के लिए अनुरोध किया, जिसपर मा0 सभापति जी ने सारे डॉक्यूमेंट मा0 मंत्री की को सौंपने हेतु उन्हें निर्देशित किया और इस प्रकरण पर जांच कराने हेतु आश्वस्त किया।विदित हो कि सदन के शीतकालीन सत्र में भी श्री आशुतोष सिन्हा जी ने इस प्रकरण को सदन पटल पर रखकर इसकी जाँच कराते हुए दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही एवं सम्बन्धित कम्पनी को ब्लैकलिस्टेड किये जाने की मांग की थी।