भारतीय पत्रकार ललित झा पर वाशिंगटन में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा किया गया हमला
भारतीय पत्रकार ललित झा पर वाशिंगटन में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा हमला किया गया। इसी कड़ी में 25 मार्च को संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर घटना की निंदा की।
भारतीय दूतावास ने जारी किया बयान
भारतीय पत्रकार ललित झा पर हमले की निंदा करते हुए भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा, ‘हम एक वरिष्ठ पत्रकार पर इस तरह के गंभीर और अनुचित हमले की निंदा करते हैं। इस तरह की गतिविधियां तथाकथित ‘खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों’ और उनके समर्थकों की हिंसक और असामाजिक प्रवृत्ति को रेखांकित करती हैं। हमने वाशिंगटन डीसी में ‘खालिस्तान विरोध’ को कवर करने के दौरान प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ भारतीय पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार, धमकी और शारीरिक हमले के परेशान करने वाले दृश्य देखे हैं।
बयान में आगे कहा, ‘पत्रकार को पहले मौखिक रूप से धमकाया गया, फिर शारीरिक हमला किया गया। उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को फोन करना पड़ा, जिन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी। जिसका हम धन्यवाद करते है।’
भारतीय पत्रकार को दी थी धमकी
उल्लेखनीय है कि ललित झा 25 मार्च को भारतीय दूतावास के बाहर हो रहे खालिस्तान समर्थक विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे थे। उसी दौरान उन पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला कर दिया। झा ने रविवार को यूएस सीक्रेट सर्विस को उनकी रक्षा करने और अपना काम करने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर खालिस्तानी समर्थकों का एक वीडियो भी शेयर किया है। हालांकि, पत्रकार ने उनके साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया।
अमृतपाल सिंह के समर्थन में लहराए खालिस्तानी झंडे
झा ने एएनआई को बताया कि अमृतपाल सिंह के समर्थन में खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान के झंडे लहराए और यूएस सीक्रेट सर्विस की मौजूदगी में दूतावास पर चढ़ गए। उन्होंने खुले तौर पर दूतावास में तोड़फोड़ करने की धमकी दी और भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को भी धमकी दी।
पहले भी हो चुके है ऐसे हमले
भारतीय दूतावास और सैन फ्रांसिस्को वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तान समर्थकों द्वारा विरोध प्रदर्शन की कई घटनाएं हो चुकी है। इस सप्ताह की शुरुआत में सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर भी 20 मार्च को हमला किया गया था। अमेरिका ने भी भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे बिल्कुल अस्वीकार्य बताया।