किम जोंग उन ने परमाणु वैज्ञानिकों से हथियार-ग्रेड सामग्री का उत्पादन बढ़ाने का किया आह्वान
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने परमाणु वैज्ञानिकों से बम बनाने के लिए हथियार-ग्रेड सामग्री का उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया है।
बता दें कि उत्तर कोरिया के हथियारों के परीक्षण और अमेरिका-दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास के कारण तनाव बढ़ता जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में उत्तर कोरिया अपने सैन्य परमाणु परिक्षण को और भी बढ़ा सकता है।
किम जोंग ने की बैठक
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि किम ने 27 मार्च को सरकारी परमाणु हथियार संस्थान में अधिकारियों और वैज्ञानिकों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने बम ईंधन उत्पादन बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया और परमाणु इंडस्ट्री के लिए किम ने महत्वपूर्ण टास्क भी जारी किया।
इसके अवाला किम ने परमाणु पलटवार के लिए देश की स्थापित योजनाओं की भी जांच की। एजेंसी की तस्वीरों में किम को एक हॉल के अंदर अधिकारियों के साथ बात करते हुए देखा जा सकता है।
दर्जनों हथियार होने की संभावना
वर्ष 2006 में छह परमाणु परीक्षणों के बाद, उत्तर कोरिया के पास दर्जनों हथियार होने की संभावना है, जो शायद उसके कुछ पुराने सिस्टम, जैसे स्कड या रोडोंग मिसाइलों पर लगाए जा सकते हैं। फरवरी में जारी एक द्विवार्षिक दक्षिण कोरियाई रक्षा दस्तावेज में कहा गया है कि उत्तर कोरिया के पास 70 किलोग्राम (154 पाउंड) हथियार-ग्रेड प्लूटोनियम होने का अनुमान है।
दस्तावेज का अनुमान है कि उत्तर कोरिया के पास अत्यधिक संवर्धित यूरेनियम की ‘काफी मात्रा’ भी है। उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु परिसर योंगब्योन में प्लूटोनियम और यूरेनियम दोनों का उत्पादन करने की सुविधा है। ऐसा माना जाता है कि उत्तर कोरिया योंगब्योन परिसर में एक के अलावा कम से कम एक अतिरिक्त गुप्त यूरेनियम संवर्धन सुविधा का संचालन कर रहा है।
पानी के नीचे परमाणु हमले वाले ड्रोन का परीक्षण
27 मार्च को उत्तर कोरिया ने फिर से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया की सेना का कहना है कि किम जोंग के देश ने अपने पूर्वी तट से समुद्र की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी। केसीएनए ने कहा कि सोमवार को परीक्षण की गई मिसाइलों को नकली परमाणु हथियारों से लैस किया गया था, जो उनके समुद्री लक्ष्य से 500 मीटर (16,40 फीट) ऊपर विस्फोट हुआ।
केसीएनए ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया ने इस सप्ताह पानी के नीचे परमाणु हमले वाले ड्रोन का एक और परीक्षण किया, जो दुश्मन के नौसैनिक जहाजों और बंदरगाहों को नष्ट करने के लिए ‘रेडियोएक्टिव सुनामी’ स्थापित करने में सक्षम था। 2022 में 70 से अधिक मिसाइलों को लॉन्च करके, उत्तर कोरिया ने पहले ही हथियारों के परीक्षण में एक रिकॉर्ड बना लिया है।