कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क हुई दिल्ली सरकार, पढ़े पूरी खबर
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। सरकार अब इस महामारी से लड़ने की तैयारी कर रही है। आज दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज अधिकारियों और विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ एक अहम बैठक करेंगे। इस बैठक में इस घातक महामारी से लड़ने के लिए रणनीति बनाए जाने की उम्मीद है। हेल्थ विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ होने वाली इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।
इस बैठक को लेकर बताया है कि स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव के अलावा इस बैठक में डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विस, नोडल ऑफिसर फॉर ऑक्सीजन और एलएनजेपी समेत कई अन्य अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर मौजूद रहेंगे। इस बैठक में अभी दिल्ली में कोविड की स्थिति को लेकर अहम समीक्षा की जानी है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमें ऐसा लग रहा था कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना के केस आने के बाद दिल्ली में भी इस महामारी के केस बढ़ेंगे। इसको देखते हुए आज 12 बजे एक आपात बैठक बुलाई गई है। आज छुट्टी का दिन होने के बावजूद सभी अधिकारियों को कष्ट दिया गया है कि इसपर आप एक स्टेटस रिपोर्ट देख कर बताएं कि आगे किन तैयारियों की जरूरत है। सौरभ भारद्वाज ने बताया कि शुक्रवार को सीएम केजरीवाल भी 12 बजे एक अहम बैठक करेंगे।
दिल्ली में कोरोना वायरस से केसों की बात करें तो 6 महीने बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमित मरीजों की संख्या 300 के पार चली गई। बुधवार को शहर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में संक्रमण दर भी बढ़कर 13.89 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण से मौत के दो मामले भी सामने आए हैं। दिल्ली में पिछले साल 31 अगस्त को संक्रमण के 377 दैनिक मामले दर्ज किए गए थे, जबकि संक्रमण दर 2.58 प्रतिशत थी।
हेल्थ विभाग की तरफ से जो बुलेटिन जारी किया गया था उसमें बताया गया था कि पिछले 24 घंटे में करीब 2,160 स्वैब के नमूनों की जांच की गई है। इनमें से 300 टेस्ट पॉजिटिव आए हैं।
देश में इन्फ्लुएंजा के उप-स्वरूप एच3एन2 के मामलों में वृद्धि के बीच पिछले कुछ दिनों में शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में पिछले कुछ महीनों में दैनिक मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही थी। राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोविड-19 संक्रमण के कुल 20,09,361 मामले सामने आ चुके हैं और 26,526 लोगों की जान जा चुकी है।