केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा..
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी एक के बाद एक विवादित बयानों के चलते मुश्किलों में फसते जा रहे हैं। पहले मोदी सरनेम केस के चलते उन्हें सदस्यता गंवानी पड़ी थी।
तो वहीं अब उन्होंने कुछ दिनों पहले सावरकर पर आलोचनात्मक टिप्पणी की थी। जिसके बाद से ही उन्हें राजनीतिक पार्टियों ने घेरना शुरू कर दिया था।
वहीं, अब सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राहुल गांधी के इस बयान की अलोचना की है।
नितिन गडकरी ने की माफी की मांग
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिवंगत हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर पर उनकी आलोचनात्मक टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी वी डी सावरकर का अपमान करने का अधिकार नहीं है। गडकरी ने मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर शहर के शंकर नगर में ‘सावरकर गौरव यात्रा’ के तहत आयोजित एक सभा में भाग लिया था।
‘राहुल को माननी चाहिए अपनी गलती’
सभा को संबोधित करते हुए कहा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को यह महसूस करना चाहिए कि उन्होंने कुछ गलतफहमी के कारण हिंदुत्व आइकन सावरकर का अपमान किया है।
किसी को भी उनका अपमान करने का अधिकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नितिन गडकरी ने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बड़ा दिल दिखाना चाहिए और अपने “अपराध” के लिए माफी मांगनी चाहिए।
‘सावरकर का अपमान करने का अधिकार किसने दिया’
गडकरी ने कहा, ‘उन्हें सावरकर का अपमान करने का अधिकार किसने दिया है? कोई भी सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।’
गडकरी ने हल्के-फुल्के अंदाज में गांधी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने (राहुल ने) यात्रा के जरिए देश के युवाओं को सावरकर के जीवन और संदेश के बारे में जानने का मौका दिया।
गडकरी ने राहुल गांधी को क्यों किया धन्यवाद?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सभा में कहा कि राहुल गांधी ने सावरकर के संदेश को हर घर तक पहुंचाने का अवसर दिया है।
गडकरी ने सावरकर गौरव यात्रा के हिस्से के रूप में नागपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “हमें सच्चाई और सावरकर को हर घर तक ले जाने का अवसर देने के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद देना चाहिए। राहुल गांधी को ऐसा करना जारी रखना चाहिए।”
बीजेपी और शिवसेना ने सावरकर गौरव यात्रा का किया आयोजन
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा से अयोग्य होने के एक दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें उन्होंने कहा, “मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते।”
उनके इस बयान से सियासी सरगर्मियां तेज हो गईं थी। वहीं, दूसरी ओर भाजपा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने हिंदुत्व विचारक का सम्मान करने और उनके खिलाफ गांधी की आलोचना का मुकाबला करने के लिए राज्य में ‘सावरकर गौरव यात्रा’ का आयोजन किया है।