बुध के वक्री होने से कई राशि के जातकों को मिलेगा लाभ…
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क व संवाद आदि का कारक माना गया है। बुध ने 31 मार्च को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर मंगल की मेष राशि में प्रवेश किया था। बुध मिथुन व कन्या राशि के स्वामी हैं। 07 जून तक ग्रहों के राजकुमार बुध मेष राशि में ही रहेंगे और इसके बाद वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध के वृषभ राशि में गोचर करने से पहले 21 अप्रैल को दोपहर 02 बजकर 05 मिनट पर वक्री होंगे। फिर 15 मई को सुबह 08 बजकर 45 मिनट पर मार्गी होंगे। बुध की वक्री दशा का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। जानें वक्री बुध किन राशि के जातकों को कराएंगे धन लाभ-
1. मेष राशि- मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे व छठवें भाव के स्वामी हैं। बुध मेष राशि में ही वक्री हो रहे हैं। मेष राशि के जातकों को इस अवधि में करियर से जुड़ी सफलता हासिल हो सकती है। नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। मेष राशि के जातकों के लिए आकस्मिक धन लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं।
2. सिंह राशि- सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे व एकादश भाव के स्वामी हैं। आपकी राशि के नवम भाव में उपस्थित हैं। सिंह राशि वालों के लिए बुध का मेष राशि में वक्री होना लाभकारी रहने वाला है। इस दौरान आपको आर्थिक उन्नति मिलेगी। कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल होगी। नौकरीपेशा करने वाले जातकों को पदोन्नति मिल सकती है। विद्यार्थियों के लिए अच्छा समय है।
3. कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के लिए बुध पंचम व अष्टम भाव के स्वामी हैं। यह आपकी राशि के तीसरे भाव में विराजमान हैं। कुंभ राशि वालों को बुध के वक्री होने का पूरा लाभ मिलेगा। इस अवधि में कुछ जातकों को विदेश जाने का अवसर मिल सकता है। आय में वृद्धि के साथ पदोन्नति संभव है। कार्यस्थल पर उच्च अधिकारियों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। गुण-ज्ञान की प्राप्ति होगी।
4. मीन राशि- मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ व सप्तम भाव के स्वामी हैं। इस दौरान यह दूसरे भाव में विराजमान रहेंगे। वक्री बुध कुंभ राशि के जातकों के लिए धन लाभ के संकेत दे रहे हैं। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा। आर्थिक पक्ष इस अवधि में बेहद भाग्यशाली रहने वाला है। इस दौरान आप बचत करने में सफल रहेंगे।