आईए जानें कैसा होने वाला है आज आपके राज्य में मौसम का हाल…
भीषण गर्मी और लू की चपेट में चल रहे उत्तर भारत को तेज हवा के साथ वर्षा की हल्की बौछारों ने बृहस्पतिवार शाम खासी राहत प्रदान की। दक्षिणी दिल्ली में महरौली सहित कई इलाकों में ओले पड़ने की भी सूचना है। दिल्ली में इस दौरान शाम छह से साढ़े छह बजे के बीच अधिकतम तापमान में भी लगभग सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि शुक्रवार से मौसम खुल जाने और धीरे धीरे दिल्ली सहित उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी वापस गर्मी बढ़ने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान से इतर बृहस्पतिवार को दिन भर धूप खिली रही। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री अधिक 23.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो इस सीजन का सर्वाधिक है। वहीं अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 36.3 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 31 से 58 प्रतिशत दर्ज किया गया।
शाम को साढ़े पांच से छह बजे के आसपास मौसम का मिजाज कुछ बदल गया। बादल ही नहीं, काली घटा भी छाने लगी। देखते ही देखते तेज हवा के साथ हल्की बरसात शुरू हो गई। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शाम साढ़े पांच से रात साढ़े आठ बजे के बीच सफदरजंग पर 18.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के साथ 0.5 मिमी जबकि पालम में 55.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के साथ 3.8 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।
मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। शुक्रवार को कहीं कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। इसके बाद फिर मौसम शुष्क हो जाएगा। स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने कहा कि ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम के कुछ हिस्सों में भी मध्यम हवाओं के साथ बरसात और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। लेकिन इसके बाद समस्त उत्तर भारत में फिर से गर्मी बढ़ेगी।
उधर उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई, जिससे पिछले कुछ दिनों से राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत मिली है। 42.1 डिग्री सेल्सियस, झांसी में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया। इसके बाद बलिया और बस्ती में 42 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वाराणसी और प्रयागराज में अधिकतम तापमान क्रमश: 41.9 डिग्री व 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुल्तानपुर में अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि राज्य के अलग-अलग स्थानों पर बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में, रुक-रुक कर वर्षा के साथ ओलावृष्टि से राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई, जबकि आदिवासी इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शिमला और आसपास के पर्यटन स्थलों कुफरी और छाराबरा में भारी ओलावृष्टि हुई, जिससे यातायात बाधित हुआ। दोपहर के समय राज्य की राजधानी में काले बादल छा गए, जिससे वाहनों की हेडलाइट जलकर धीमी गति से चलने को मजबूर होना पड़ा।
आदिवासी लाहौल और स्पीति जिले के हंसा और कुसुमसेरी में 20 सेमी और 12 सेमी ताजा हिमपात दर्ज किया गया, इसके बाद गोंडला (10 सेमी) और केलांग (7 सेमी) का स्थान रहा। लाहौल और स्पीति में 42, कुल्लू में 11, किन्नौर में चार, चंबा में तीन, कांगड़ा में दो और शिमला में एक सहित 63 सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया और राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार 142 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए।
मौसम विभाग ने कहा कि 72 मिमी वर्षा के साथ कोठी हिमाचल में सबसे अधिक बारिश वाला स्थान था, इसके बाद कल्पा में 61 मिमी, जोगिंद्रनगर और रिकांगपिओ में 57 मिमी और मशोबरा में 56 मिमी बारिश हुई।