जायडस कैडिला के चेयरमैन का कहना है कोरोना वैक्सीन, अधिक तादात के लिए भारी निवेश की जरूरत
दवा बनाने वाली कंपनी जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज आर पटेल ने कहा है कि भारत में भारी तादाद में कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के लिए अतिरिक्त सुविधाओं को जरूरत होगी, जिसमें तीन से पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना महामारी का एक मात्र उपाय सिर्फ वैक्सीन ही नहीं है, हमें उपचार के और तरीकों को भी तलाशना होगा।
पटेल ने कहा कि अगर भारत को अपनी 130 करोड़ आबादी के लिए कोरोना वैक्सीन की खुराक तैयार करनी है तो उसे उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तीन से पांच हजार करोड़ रुपये निवेश करने होंगे, तभी ऐसा संभव हो सकेगा। उन्होंने यहा कि इस वैक्सीन को तैयार करने की प्रक्रिया जटिल है, इसलिए दूसरे वैक्सीन की तुलना में इसे तैयार करने में लागत अधिक आएगी। वैक्सीन पर आयोजित एक चर्चा में शामिल होते हुए पटेल ने कहा कि हमें इस बारे में विचार करना होगा कि हम इसके लिए धन कैसे जुटाएंगे।
दूसरी तरफ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किए गए कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल पुणे के ससून जनरल अस्पताल में सोमवार से शुरू हो गया। इसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआइआइ) करेगा। इस आशय की जानकारी देते हुए अस्पताल के डीन डॉ मुरलीधर तांबे ने कहा कि हमने तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। 150 से 200 स्वयंसेवकों पर इसका ट्रायल होगा।
गौरतलब है कि इससे पहले द्वितीय चरण का ट्रायल भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज और केईएम हॉस्पिटल में किया गया था। भारतीय औषषधि महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने 15 सितंबर को एसआइआइ को इसके परीक्षण करने की अनुमति दी थी। डीसीजीआइ ने परीक्षण के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की भी हिदायत दी है।