मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार अब युवाओं को विदेश में नौकरी लगवाने से लेकर वित्तीय मदद करेगी..
उत्तराखंड के युवाओं का नौकरी के लिए इंतजार अब खत्म होने वाला है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार अब युवाओं को विदेश में नौकरी लगवाने से लेकर वित्तीय मदद भी करेगी। उत्तराखंड के नर्सिंग, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से जुड़े 10 हजार युवाओं के लिए विदेशों में नौकरी के द्वार खुलेंगे। इसके लिए युवाओं को दक्ष बनाने और नौकरी सुनिश्चित कराने के लिए कौशल विकास विभाग के पास 11 एजेंसियों के प्रस्ताव पहुंच चुके हैं।
मैकेंजी की रिपोर्ट पर आगे बढ़ी सरकार : राज्य के युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक मौके उपलब्ध कराने को कंसल्टेंट फर्म मैकेंजी ने प्रदेश सरकार को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट में नर्सिंग छात्रों को विदेशों में नौकरी दिलाने का आइडिया दिया गया। इसी रिपोर्ट के आधार पर विभाग ने नर्सिंग और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर फोकस करते हुए योजना का खाका तैयार किया।
योजना के अनुसार, सरकार चीन और जापान समेत विभिन्न देशों में वृद्ध लोगों की देखभाल तथा नर्सिंग क्षेत्र के छात्रों को रोजगार दिलाएगी। इसमें एएनएम-जीएनएम के छात्रों को सबसे अधिक रोजगार मिलेगा।
अपुणि सरकार पोर्टल पर ऐप : विदेश में रोजगार के इच्छुक युवाओं से जुड़ा डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। इसके लिए ‘अपुणि सरकार पोर्टल’ पर एप्लीकेशन बनाई गई है। विदेश में रोजगार के लिए युवाओं को उनके क्षेत्र में दक्ष बनाने के साथ संबंधित देश की भाषा, संस्कृति और कार्य नियमों की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। वीजा से जुड़ी औपचारिकताएं पूरा करने में सहयोग किया जाएगा।
वित्तीय मदद भी देगी राज्य सरकार
कौशल विकास विभाग ट्रेनिंग, वीजा, टिकट पर आने वाले हर खर्च में युवाओं को वित्तीय मदद देगा। वीजा और टिकट पर आने वाले खर्च का 30% और भाषा व ट्रेनिंग में होने वाले खर्च का 25% हिस्सा सरकार वहन करेगी। साथ ही एक लाख रुपये तक का लोन लेने पर ब्याज का 75% हिस्सा भी सरकार देगी। युवाओं को चार माह जापानी भाषा व एक माह अंग्रेजी भाषा सिखाई जाएगी। स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
नौ को वर्कशॉप
कौशल विकास विभाग दून में नौ मई को सर्वे चौक स्थित आईटीडीए सभागार में एक वर्कशाप आयोजित करेगा। इसमें एएनएम-जीएनएम उत्तीर्ण बेरोजगारों को जापान में वरिष्ठजनों की देखभाल के क्षेत्र व उसमें रोजगार के अवसरों को लेकर जानकारी दी जाएगी। इस दौरान युवाओं का स्क्रीनिंग टेस्ट भी लिया जाएगा। साथ ही चयनित युवाओं को ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जाएगी।
नर्सिंग से जुड़े युवाओं के लिए विदेशों में नौकरी के बड़े मौके हैं। खासतौर पर वृद्धों की देखभाल को लेकर नर्सिंग वाले
युवाओं की बड़ी मांग है। इसी के अनुरूप राज्य के युवाओं को तैयार करेंगे। उन्हें विदेशी भाषाओं में भी दक्ष किया
जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी।