ज्येष्ठ मास के शुक्ल के दिन अपरा एकादशी व्रत रखा जाता, जानें महत्त्व-

15 मई 2023, सोमवार अर्थात ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन अपरा एकादशी व्रत रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष उपासना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूजा-पाठ, स्नान और दान करने से सभी दुखों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है और व्यक्ति अपने जीवन में उन्नति प्राप्त करता है।

माना जाता है कि अपरा एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति भी होती है। शास्त्रों में भी अपरा एकादशी के संदर्भ में कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं और कुछ नियमों का उल्लेख किया गया है। आइए जानते हैं, अपरा एकादशी व्रत के लिए किन बातों का रखना चाहिए ध्यान?

अपरा एकादशी व्रत के दिन रखें इन बातों का ध्यान

  • शास्त्रों में बताया गया है की एकादशी व्रत के दिन व्यक्ति को पूजा पाठ के साथ-साथ भगवत गीता का पाठ भी करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • मान्यता है कि एकादशी व्रत के दिन गाय और अन्न का दान करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। गाय का दान यदि संभव नहीं है तो गौशाला में धन का दान जरूर करें।
  • आरोग्यता की प्राप्ति के लिए एकादशी व्रत का पालन करें और विधि-विधान से भगवान विष्णु की उपासना करें। साथ ही किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल अवश्य करें।
  • एकादशी व्रत के दिन झूठ बोलना, मन में गलत विचार पैदा करना या किसी को धोखा देना इत्यादि पाप की श्रेणी में आता है। इसलिए इन सभी चीजों से बचें और ईमानदारी से अपना काम करें।
  • अपरा एकादशी व्रत के समय गर्मी अपने चरम पर होती है। इसलिए इस विशेष दिन तक जल या छाते का दान अवश्य करें। साथ ही किसी सार्वजनिक जगह पर प्याऊ लगवाएं। इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है।

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