अगर आप भी अपने स्मार्टफोन में बीटा सॉफ्टवेयर अपडेट करने जार रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके काम का हो सकता ..
किसी भी प्लेटफॉर्म के लिए नए सॉफ्टवेयर अपडेट की बात आती है तो बीटा यूजर्स को ही फीचर्स का इस्तेमाल करने का पहला मौका दिया जाता है। हाल ही में बड़ी टेक कंपनियों गूगल और एपल ने अपने यूजर्स के लिए नेक्स्ट जनरेशन ऑपरेटिंग सिस्टम का एलान किया है।
नए सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ यूजर्स के लिए कई नए फीचर्स को जोड़ा गया है, ऐसे में अगर आप भी ऑपरेटिंग सिस्टम के बीटा वर्जन को इन्स्टॉल करने जा रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके काम का हो सकता है। यहां कुछ जरूरी बातों को बताने जा रहे हैं, जिनका ध्यान नए अपडेट को इन्स्टॉल करने के दौरान रखा जाना जरूरी है-
बीटा सॉफ्टवेययर अपडेट के लिए कौन-सी बातें हैं जरूरी?
फीचर्स
सॉफ्टवेयर अपडेट को टेस्ट करने वाले यूजर्स ही बीटा टेस्टर्स होते हैं। ऐसे में इस बात की गारंटी नहीं होती कि नए सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ बग और काम न करने वाले फीचर्स नहीं मिलेंगे। ऐसे में आपको पहले से ही इस तरह की स्थिति के लिए तैयार रहना होगा।
स्मार्टफोन
बीटा टेस्टर्स के केस में अपडेटेड सॉफ्टवेयर को इन्स्टॉल कर इस्तेमाल करना एक क्रिटिकल टास्क है। ऐसे में जरूरी है कि इस तरह के अपडेट के लिए आपके पास दो स्मार्टफोन हों, कोशिश करें कि आप अपडेट के लिए अपना प्राइमरी डिवाइस न ही इस्तेमाल करें।
बैकअप
इस तरह के अपडेट को इन्स्टॉल करने में फोन के डेटा को लेकर लापरवाही नहीं बरती जा सकती। फोन में कोई जरूरी डेटा है तो पहले ही डेटा का बैकअप रख लें, ताकि सॉफ्टवेयर अपडेट को लेकर किसी परेशानी की स्थिति में आपके फोन का जरूरी डेटा सुरक्षित रहे।
बग
ध्यान रहे, आप बीटा यूजर हैं ऐसे में नए सॉफ्टवेयर को टेस्ट करने के साथ इसमें किसी तरह की परेशानी के लिए भी आपको ही रिपोर्ट करना चाहिए। नए सॉफ्टवेयर में किसी तरह का कोई बग पाते हैं तो इसे नजरअंदाज करने के बजाय तुरंत रिपोर्ट करें।