अगर आप वेट लॉस करना चाहती हैं, तो इस कारणों पर जरूर ध्यान दें-
हेल्दी वेट मेंटेन करना बहुत जरूरी है। अगर आपका वजन बढ़ा हुआ है, तो आप कई बीमारियों का शिकार हो सकती हैं। मोटापे का हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। वेट लॉस के लिए हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल को फॉलो करना बहुत जरूरी है। कई बार लाख कोशिशों के बाद भी वजन कम नहीं हो पाता है। वहीं अक्सर लोग वेट लॉस के लिए मेहनत तो करते हैं लेकिन कुछ गलतियों के चलते वजन टस से मस नहीं होता है। इसके पीछे कारण ये हैं कि वेट लॉस के लिए कुछ सही तरीकों को अपनाना जरूरी है। भूखा रहकर वजन कम नहीं किया जा सकता है। वहीं कुछ हेल्थ कंडीशन्स भी वेट लॉस में मुश्किल पैदा करती हैं। न्यूट्रिशनिस्ट सिमरन कौर ने 5 ऐसे कारणों के बारे में बताया है, जिनकी वजह से वजन कम नहीं होता है।
मील्स स्किप करना
वेट लॉस जर्नी में ज्यादातर लोग सबसे बड़ी गलती यही करते हैं। अगर आपको लगता है कि मील्स स्किप कर के आप वजन कम कर सकती हैं तो आप गलत हैं। इससे मेटाबॉलिज्म स्लो होता है। मेटाबॉलिज्म स्लो होने का मतलब है कि कैलोरीज कम बर्न होंगी। जिसकी वजह से फैट लॉस कम होगा। बैलेंस मील खाएं। अनहेल्दी न खाएं लेकिन मील्स को स्किप न करें।
सिर्फ डाइट पर न रहें निर्भर
वेट लॉस के लिए बेशक सही डाइट बहुत जरूरी है। लेकिन सिर्फ डाइट से ही वजन कम नहीं होगा। इसके लिए आपको फिजिकल एक्टिविटीज पर भी ध्यान देना होगा। अगर आप ज्यादा एक्सरसाइज नहीं कर पा रही हैं, तो कम से कम खाने से बाद कुछ देर वॉक करें। आपको अंतर महसूस होगा।
हार्मोनल इंबैलेंस का असर
वेट लॉस न होने की एक बहुत बड़ी वजह शरीर में मौजूद हार्मोन्स का असंतुलित होना है। इंसुलिन रेजिस्टेंट, पीसीओडी, थायरॉइड और भी कुछ हार्मोन्स आपके वजन को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए हार्मोनल बैलेंस पर ध्यान दें।
क्रोनिक स्ट्रेस
कभी-कभार हम सभी को तनाव का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर आप लंबे वक्त से तनाव में हैं, तो इसका असर वजन पर पड़ सकता है। स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने से इंसुलिन लेवल प्रभावित हो सकते हैं। जिससे फैट स्टोरेज बढ़ सकती है। इसलिए स्ट्रेस को मैनेज करने की कोशिश करें। आप इसके लिए योग और मेडिटेशन का सहारा ले सकती हैं।