जानिए एंड्रॉयड फोन और आईफोन में मिलने वाले कुछ ऐसे फीचर्स और टिप्स के बारे में जो आपदा के दौरान आ सकते हैं बड़े काम..
स्मार्टफोन आज हमारी जरूरत बन गए हैं। फोन में दिए जाने वाले फीचर्स ने हमारी लाइफ स्टायल को काफी आसान बना दिया है। आज हम आपके साथ एंड्रॉयड फोन और आईफोन में मिलने वाले कुछ ऐसे फीचर्स और टिप्स के बारे में यहां इस आर्टिकल में जानकारी शेयर कर रहे हैं जो आपदा के दौरान बड़े काम आ सकते हैं।
उत्तर भारत पहाड़ी इलाकों में मानसून से पहले हुई बारिश से कई सड़कें बंद हैं। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से कई यात्रियों को अपनी कार और बसों में फंसना पड़ा था। आज हम आपको कुछ टिप्स और फोन के फीचर्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो ऐसी स्थिति में आपके बड़े काम आ सकते हैं।
इमरजेंसी SOS (एंड्रॉयड)
स्मार्टफोन्स में मिलने वाला यह फीचर प्राकृतिक आपदा और इमरजेंसी के दौरान बड़े काम का हो सकता है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स पर्सनल सेफ्टी ऐप में अपनी इमरजेंसी इंफॉर्मेशन सेव और शेयर कर सकते हैं। यह फीचर एंड्रॉयड 12 या उससे ऊपर चलने वाले स्मार्टफोन पर रन करता है, जो वाई-फाई और मोबाइल नेटवर्क पर काम करता है।
पावर बटन को पांच बार दबाने पर यह एक्टिवेट हो जाता है। इमरजेंसी एक्शन शुरू होने से पहले स्क्रीन पर 5 सेकेंड का काउंटडाउन चलता है, जिसे यूजर्स एक्शन को रोक भी सकती है। इमरजेंसी एक्शन में हेल्प के लिए कॉल, अलर्टिंग कॉन्टेक्ट को करंट लोकेशन और वीडियो रिकॉर्डिंग भेजने लगता है।
इमरजेंसी SOS (आईफोन)
iPhone यूजर्स को यह फीचर एक्टिवेट करने के लिए वॉल्यूम बटन के साथ कुछ देर तक साइड बटन दबाना होगा। इसके बाद स्क्रीन पर इमरजेंसी SOS स्लाइडर दिखने लगेगा। इसके बाद यूजर्स सर्विस को कॉल कर सकते हैं।
अगर यूजर्स थोड़ी देर और इन बटन को दबाए रहते हैं तो आईफोन सीधी लोकल इमरजेंसी कॉन्टेक्ट नंबर को कॉल लगा देता है। इसके साथ ही वह इमरजेंसी सर्विस के साथ लोकेशन शेयर कर दता है। यूजर्स के इमरजेंसी कॉन्टेक्ट के साथ ही आईफोन अलर्ट शेयर करता है।
इमरजेंसी लोकेशन शेयरिंग (एंड्रॉयड)
एंड्रॉयड यूजर्स अपनी लोकेशन भी इमरजेंसी नंबर्स के साथ शेयर कर सकते हैं। यह फीचर रेस्क्यू के दौरानमें फंसे लोगों को खोजने में काम आ सकता है। इसके लिए यूजर्स को फोन में एंड्रॉयड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) को ऑन करना होगा।
ELS फीचर सटीक लोकेशन के लिए Google Location Services को यूज करता है। इससे रेस्क्यू ऑफिसर्स को यूजर्स के बारे में काफी जानकारी मिलती है। इमरजेंसी सर्विस को यह डेटा गूगल से नहीं बल्कि सीधी यूजर की फोन से मिलती है।
फ्लैशलाइट
फोन में मिलने वाली फ्लैशलाइट, इमरजेंसी के दौरान खासकर रात में यूजर्स के लिए बड़े काम का फीचर है। यूजर्स अपने फोन के नोटिफिकेशन पैनल से फ्लैशलाइट को आसानी से एक्टिवेट कर सकते हैं। लेकिन आपको यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि फ्लैशलाइट जलाने से फोन की बैटरी तेजी से खत्म होती है।
बैटरी सेविंग मोड
अगर आपके फोन की बैटरी 20 प्रतिशत से कम है तो बैटरी सेविंग मोड अपने आप एक्टिवेट हो जाता है। यह मोड आपके फोन की बैटरी लाइफ को बढ़ाने में मददगार हो सकता है। इसके साथ ही बेहतर बैटरी बैकअप के लिए यूजर्स फोन का डेटा और डिस्प्ले ब्राइटनेस को कम कर सकते हैं।
होम स्क्रीन पर सेव करें मेडिकल इंफॉर्मेशन
संभव है तो आप अपनी मेडिकल इंफॉर्मेशन को फोन के होम में सेव करके रख सकते हैं। यह इंजरजेंसी की स्थिति में यह बढ़े काम काम आ सकता है। आईफोन यूजर्स को Medical ID टूल मिलता है, जिसमें वह अपने हेल्थ डेटा को सेव सकते हैं। वहीं एंड्रॉयड यूजर्स को यह फीचर पर्सनल सेफ्टी ऐप में मिलता है। एंड्रॉयड और आईफोन यूजर्स अपनी लॉक स्क्रीन में इमरजेंसी इंफॉर्मेशन सेव कर सकते हैं।
इमरजेंसी ब्रॉडकास्ट
स्मार्टफोन में इमरजेंसी ब्रॉडकास्ट फीचर आता है, जिसके जरिए यूजर्स आपात की स्थिति में नोटिफिकेशन और AMBER अलर्ट भेज सकते हैं। इसे इनेबल करने के लिए यूजर्स को फोन के सेटिंग में ‘ऐप्स एंड नोटिफिकेशन्स’ में क्लिक करना है। इसके बाद आपको ‘एडवांस’ ऑप्शन में जाकर वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट पर टैप करना है।
ऑनलाइन सेव रखें डॉक्यूमेंट
आप यह सुनिश्चित करें कि फोन में Digilocker ऐप अवश्य हो। इसमें आप अपने सभी जरूरी डॉक्यूमेंट जैसे, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और दूसरे जरूरी दस्तावेज सेव करके रख सकते हैं।