हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोगों का एक मुख्य कारण बन सकता, जानें, हाई बीपी से होने वाले हृदय रोगों के शुरुआती लक्षण-

हाई ब्लड प्रेशर एक सामान्य स्थिति है, जो धमनियों को प्रभावित करती है। हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाव वह होता है, जब धमनी की दीवारों पर रक्त का दबाव अधिक होता है। इस स्थिति में रक्त को पंप करने के लिए हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में हृदय रोग धीरे-धीरे विकसित होता है। इस स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को हार्ट अटैक भी आ सकता है। आपको बता दें कि क्रोनिक हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग का कारण बनता है। खासकर, जिन लोगों की उम्र अधिक होती है, उनमें हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। 65 वर्ष से अधिक उम्र में हाई बीपी हार्ट फेल्योर का कारण भी बन सकता है। जब किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत होती है और उसमें हृदय रोग विकसित हो रहा होता है, तो उसे कुछ शुरुआती लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इन लक्षणों को उसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न हीं करना चाहिए। आइए, इस लेख में जानते हैं हाई ब्लड प्रेशर से होने वाले हृदय रोगों के शुरुआती लक्षण-

हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग में संबंध

हाई ब्लड प्रेशर की वजह से रक्त वाहिकाओं की दीवारें भी मोटी होने लगती हैं। ऐसे में रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है। जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन अगर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जाए, तो हृदय रोगों से बचा जा सकता है।

हाई ब्लड प्रेशर से होने वाले हृदय रोगों के लक्षण

1. छाती में दर्द होना

हाई ब्लड प्रेशर की वजह से जब हृदय रोग विकसित होता है, तो आपको छाती में दर्द का अनुभव हो सकता है। इस दौरान आपको सीने में दबाव महसूस हो सकती है। इसलिए अगर आपको छाती में बार-बार दर्द होता रहता है, तो इस लक्षण को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।

2. सांस लेने में कठिनाई

सांस लेने में तकलीफ, हाई ब्लड प्रेशर की वजह से होने वाले हृदय रोग का एक लक्षण होता है। हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सांस की दिक्कत हो सकती है। इस स्थिति में हृदय को अपने कार्य करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिसकी वजह से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। तेज धड़कन भी महसूस हो सकती है। 

3. चक्कर आना

जब किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हृदय रोग होता है, तो उसे चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको भी हाई बीपी की दिक्कत है और बार-बार चक्कर आते हैं, तो इसे अनदेखा न करें। चक्कर आने पर आपको एक बार डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए। कई मामलों में बेहोशी भी हो सकती है।

4. स्ट्रोक

स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति है, यह तब होती है जब मस्तिष्क के हिस्से में पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं पहुंच पाता है।  इस स्थिति में मस्तिष्क की नस फट सकती है, जिससे व्यक्ति की जान जा सकती है। स्ट्रोक की स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।

इनके अलावा, सिरदर्द और नकसीर जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। आपको इन लक्षणों को सामान्य समझकर बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करने चाहिए। अन्यथा, हाई बीपी और हृदय रोग की यह स्थिति जानलेवा साबित हो सकता है।

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