
लखनऊ : यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने मंगलवार को तीखा हमला बोलते हुए दावा किया कि अखिलेश यादव के लिए मस्जिदों में बैठक करना और धार्मिक संस्थाओं का दुरुपयोग करना कोई नई बात नहीं है। डिप्टी साएम के एक बयान ने सियासी गलियारे में हलचल तेज कर दी है। उन्होंने अखिलेश यादव को “समाजवादी” न कहकर “नमाजवादी” करार दिया है।
अखिलेश की सत्ता में वापसी अब संभव नहीं
ब्रजेश पाठक ने आगे कहा कि अखिलेश यादव की सत्ता में वापसी अब संभव नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अब समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी तो राज्य में दंगे और हत्याएं बढ़ जाएंगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में राज्य की शांति और एकता खतरे में पड़ सकती है।
भाजपा धर्मांतरण कराने वालों पर कस रही शिकंजा
उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार धर्मांतरण कराने वाले तत्वों पर लगातार शिकंजा कस रही है और इनके पूरे रैकेट को ध्वस्त करने के लिए कठोर कार्रवाई की जा रही है। पाठक ने कहा कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। डिप्टी सीएम का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर सियासी तनाव पहले से ही चरम पर है।
हालांकि, इस बयान को लेकर सपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन पार्टी के समर्थकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से डिप्टी सीएम के बयान को निंदनीय करार दिया है।