
भारतीय टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने 27 अगस्त को आईपीएल से संन्यास का एलान किया। 38 साल के अश्विन ने अचानक एक्स पर रिटायरमेंट की जानकारी देते हुए कहा कि वह अब दुनियाभर की टी-20 लीग में घूम-घूमकर खेलने के लिए तैयार हैं।
अचानक रिटायरमेंट के उनके फैसले ने हर किसी को हैरान कर दिया है। ऐसा ही कुछ उन्होंने पिछले साल टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास लिया था। अब आईपीएल को अलविदा कहने के बाद ये चर्चा तेज हो गई है कि क्या सीएसके और अश्विन के बीच सबकुछ सही नहीं था?
आर अश्विन ने अचानक क्यों आईपीएल से लिया संन्यास?
दरअसल, आर अश्विन ने आईपीएल में डेब्यू सीएसके की टीम की तरफ से किया था। साल 2009 में सीएसके के लिए उन्होंने अपना आईपीएल का पहला मैच खेला था। वहीं, उनके आईपीएल का सफर भी सीएसके के साथ ही अंत हुआ।
अपने आईपीएल करियर में अश्विन ने सीएसके, राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स, पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीम के लिए खेला, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के जरिए ये कयास लगाए जा रहे थे कि अश्विन को आईपीएल 2026 से पहले सीएसके बाहर कर देगी और संजू सैमसन को राजस्थान रॉयल्स के लिए ट्रेड करने पर चर्चा थी।
क्या आर अश्विन और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुई लड़ाई?
दरअसल, आर अश्विन (आर अश्विन आईपीएल रिटायर) हमेशा ही अपने बेबाक बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। उन्होंने हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर दावा किया था कि युवा बैटर डेवाल्ड ब्रेविस की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए सीएसके ‘एक्ट्रा पैसे’ देने को तैयार थी, जिसके बाद विवाद छिड़ गया था।
उनका कहना था कि ब्रेविस (डेवाल्ड ब्रेविस आईपीएल) को खरीदने के लिए अन्य फ्रेंचाइजी टीमों ने भी रुचि दिखाई थी, लेकिन सीएसके ने एजेंट्स से बात करके उन्हें ज्यादा फीस ऑफर किया, जिसके बाद डील पक्की हुई। उनके इस बयान के बाद पांच बार की आईपीएल चैंपियन टीम को सफाई देनी पड़ी थी।
सीएसके (चेन्नई सुपर किंग्स) ने बयान में कहा था कि गुरजपनीत सिंह के चोटिल होने के बाद नियमों के तहत ही डेवाल्ड ब्रेविस को रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल किया गया। गुरजपनीत को नीलामी में 2.20 करोड़ रुपये में खरीदा गया था और ब्रेविस को भी उतनी ही रकम दी गई।