सरकारी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने वाले आठवें वेतन आयोग के प्रस्ताव से बाजार में नई हलचल दिख रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयोग की सिफारिशें लागू होने पर कर्मचारियों की आय बढ़ेगी, जिसका सीधा असर रिटेल, कंज्यूमर गुड्स और फाइनेंशियल सेक्टर के स्टॉक्स पर पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स इसे कंजंप्शन-ड्रिवन मार्केट बूस्ट बता रहे हैं।
दरअसल, आठवें वेतन आयोग ने कर्मचारियों के वेतन में महत्त्वपूर्ण बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। इसका सबसे बड़ा असर कर्मचारियों की डिस्पोजेबल इनकम यानी हाथ में बचने वाले पैसे पर पड़ेगा। आय बढ़ने से स्वाभाविक रूप से खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी और बाजार में मांग तेज होगी।
कंपनियों की कमाई पर दिखेगा असर
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि जब बाजार में मांग बढ़ती है, तो कंपनियों की बिक्री और कमाई दोनों में सुधार होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हाई सैलरी से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा, जिससे कॉरपोरेट अर्निंग्स पर सकारात्मक प्रभाव दिख सकता है। यह निवेशकों के लिए भी मजबूत संकेत माना जा रहा है।
स्टॉक मार्केट में आ सकता है उत्साह
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर उपभोक्ता खर्च में लगातार सुधार होता है तो इससे स्टॉक मार्केट की सेंटिमेंट मजबूत होगी। निवेशक उन सेक्टरों में पैसा लगाने लगेंगे, जहां सीधे तौर पर बिक्री बढ़ने की संभावना अधिक है।
किन सेक्टरों को सबसे ज्यादा फायदा?
रिपोर्ट बताती है कि मुख्त रूप से तीन सेक्टरों पर खास असर पड़ सकता है। इनमें रिटेल, कंज्यूमर गुड्स और फाइनेंशियल सर्विसेज शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, रिटेल में अधिक खरीदारी से बिक्री में तेजी आएगी। कंज्यूमर गुड्स में FMCG और ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ सकती है। जबकि फाइनेंशियल सर्विसेज में लोन, क्रेडिट कार्ड और निवेश सेवाओं में बढ़ोतरी की संभावना है। ये तीनों सेक्टर सरकारी कर्मचारियों के खर्च बढ़ने से तेजी पकड़ सकते हैं।
फैसला माहौल पर भी निर्भर करेगा
हालांकि बाजार की रफ्तार सिर्फ सैलरी बढ़ने से तय नहीं होगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मुद्रास्फीति, सरकारी वित्तीय नीति और वैश्विक आर्थिक माहौल भी बड़ा रोल निभाएंगे। अगर माहौल अनुकूल रहा, तो आठवें वेतन आयोग की सैलरी रिवीजन स्टॉक मार्केट के लिए बड़ा पॉजिटिव ट्रिगर साबित हो सकती है और आने वाले महीनों में बाजार में नई तेजी देखने को मिल सकती है।
