टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाली पहली महिला क्रिकेटर
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अहम खिलाड़ी और वनडे कप्तान मिताली राजसोमवार को अपना 36वां जन्मदिन मना रही हैं. इन दिनों अपने कोच से हुए विवाद के कारण चर्चित रही मिताली के नाम एक ऐसा भी रिकॉर्ड है जिनमें वे पुरुष क्रिकेटरों तक से आगे हैं. 3 दिसंबर 1982 को राजस्थान के जोधपुर में जन्मी मिताली टेस्ट और वनडे में दुनिया की सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में पहचानी जाती हैं.
मिताली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने इस बार के वर्ल्डकप के फाइनल में जगह बनाई. हालांकि टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मिताली की टीम के प्रदर्शन ने महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को अपनी बुलंदी पर पहुंचा दिया. इसे ही मिताली इस वर्ल्डकप की सबसे बड़ी कामयाबी मानती हैं. मिताली को 2003 में अर्जुन पुरस्कार मिला.
क्लासिकल डांसर भी हैं मिताली
मिताली का जन्म एक तमिल परिवार में हुआ था. पिता एयरफोर्स के अधिकारी रह चुके हैं. उन्होंने बचपन में ही क्लासिकल डांस सीखना शुरू कर दिया. 10 साल की उम्र तक मिताली भरतनाट्यम में पारंगत हो गईं थीं. वे इसी में करियर बनाने के बारे में सोचने लगीं थीं. हालांकि वह खुद मानती हैं कि वह क्रिकेटर नहीं बनना चाहती थीं. ये बात उन्होंने अपनी मां से भी कही, लेकिन नियति को उनका क्रिकेटर बनना ही मंजूर था.
10 साल की उम्र से ही क्रिकेट को लेने लगीं सीरियसली
मिताली ने क्रिकेट की कोचिंग हैदराबाद से हासिल की. मिताली ने 10 साल की उम्र से क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू किया. 17 साल की उम्र में वे भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हो गई थीं. 1999 में अपने पहले ही वनडे मुकाबले में आयरलैंड के खिलाफ उन्होंने नाबाद 114 रनों की पारी खेली थी. 19 साल की उम्र में मिताली ने टॉन्टन के मैदान में टेस्ट मैच में इंग्लैंड के विरुद्ध 214 रनों की पारी खेली. वह देश में रेलवे की टीम का प्रतिनिधित्व करती हैं.
पहला महिला दोहरा शतक
मिताली राज का इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बनाया गया 214 रन का स्कोर महिला टेस्ट इतिहास का दूसरा सर्वाधिक स्कोर है. एक टेस्ट पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान की किरन बलोच के नाम पर है. उन्होंने वेस्ट इंडीज के विरुद्ध टेस्ट में 242 रन बनाए थे. मिताली इस समय आईसीसी की रैंकिंग में दुनिया की नंबर तीन खिलाड़ी हैं. उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने 2006 में इंग्लैंड के विरुद्ध सीरीज जीती थी.
यह शानदार रिकॉर्ड है टेस्ट और वनडे में मिताली का
मिताली दुनिया में, वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं. उन्होंने 6000 से ज्यादा रन बनाए हैं. साल 2002 में उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. लेकिन वो इस टेस्ट मैच में बिना खाता खोले आउट हो गई थीं. मिताली राज ने कुल 10 टेस्ट मैचों में 51 के औसत से 663 रन बनाए हैं. उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतक लगाए और उनका उच्चतम स्कोर 214 रन रहा. कुल 197 वनडे में मिताली ने 6550 रन बनाए हैं. उनका उच्चतम स्कोर 125 नाबाद रन रहा. उन्होंने कुल सात सेंचुरी और 51 हाफ सेंचुरी लगाई हैं.
टी20 में भी है खास रिकॉर्ड
मिताली का टी20 मैचों में भी शानदार रिकॉर्ड है, लेकिन इन दिनों वे टी20 में धीमी बल्लेबाजी के कारण विवादों में हैं. उन्हें इसी बात को लेकर आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी जिस पर काफी बड़ा विवाद हो गया. अपने 85 टी-20 मैचों में 37.42 के औसत से मिताली ने 2283 रन बनाए हैं. मिताली टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दुनिया भर के पुरुष क्रिकेटरों से आगे हैं.
आलस से निजात दिलाने के लिए पिता ने क्रिकेट बैट थमाया
मिताली बचपन से आलसी थी. पिता चाहते थे कि बेटी एक्टिव बने. इसलिए उन्होंने उसे क्रिकेट खेलने को कहा. 10 साल की उम्र में मिताली क्लासिकल डांस छोड़ हाथ में बैट पकड़े मैदान में नजर आने लगीं थीं. क्रिकेट में कामयाबी के बाद मिताली की ग्लैमर वर्ल्ड में भी जमकर पूछपरख है. वह कई टीवी शो में हिस्सा ले चुकी हैं.
वर्ल्डकप के फाइनल में जगह बनाने वाली टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज को ‘वोग वूमन ऑफ द ईयर अवार्ड्स’ के कवर पेज पर शाहरुख खान और नीता अंबानी के साथ जगह मिली है.