हर साल क्यों मनाया जाता है,अर्मेड फोर्सेज फ्लैग डे …

Armed Forces Flag Dayचुनाव तो होते रहते हैं. सरकारें बनती और गिरती रहती हैं। लेकिन इस बीच एक चीज़ कभी नहीं बदलती, और वो है हमारे देश के सैनिकों का शौर्य और बलिदान. आपमें से कई लोग ऐसे होंगे, जो आज अपना जन्मदिन मना रहे होंगे. किसी के परिवार में कोई खुशखबरी आई होगी. कोई अपने Promotion की खुशी में Party कर रहा होगा.

कोई अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ जश्न मना रहा होगा. हम ये नहीं कह रहे, कि इसमें कोई बुरी बात है. क्योंकि, हर छोटी से छोटी खुशी को Celebrate करना ही जीवन जीने का असली तरीका है. लेकिन, क्या आज आपने अपनी निजी खुशियों के बीच भारत की सेना को याद किया ? अगर नहीं किया, तो अब भी देर नहीं हुई है.. आप उन्हें अब भी Salute कर सकते हैं, क्योंकि, आज Armed Forces Flag Day है…और आप इस दिन को भारत की सेना का दिन भी कह सकते हैं.

भारत की आज़ादी के बाद ये फैसला लिया गया था…कि अगर Armed Forces के जवानों को कोई नुकसान हो जाता है, तो उनके कल्याण, उनकी सहायता और उनके सम्मान की रक्षा के लिए एक Fund होना चाहिए. और इसी के बाद वर्ष 1949 में ये तय किया गया, कि हर वर्ष 7 दिसंबर को Armed Forces Flag Day के रूप में मनाया जाएगा. इसका मकसद Armed Forces को उनके हिस्से का सम्मान देना है.

इस दिन को इसलिए भी मनाया जाता है, ताकि देश के हर नागरिक के दिल में सैनिकों के परिवारों की देखभाल और ज़िम्मेदारी का भाव पैदा किया जा सके. हर नागरिक का कर्तव्य है, कि वो सैनिकों के सम्मान और उनके कल्याण में अपना योगदान दें. और इस काम के लिए Public Funds भी इकट्ठा किए जाते हैं.

देश का हर नागरिक अपनी मर्ज़ी से, जितना संभव हो सके, उतनी धनराशि का योगदान दे सकता है. आज के दिन जो भी धनराशि इकट्ठा होती है…उसका उपयोग, युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिवार या घायल हुए सैनिकों के कल्याण और पुनर्वास में किया जाता है. ये राशि सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से खर्च की जाती है.

आप भी सैनिकों के परिवारों की ज़िंदगी बेहतर बनाने के लिए अपने स्तर पर छोटी सी कोशिश कर सकते हैं…हमेशा यही होती है…कि हम आपको Armed Forces के क़रीब ले जा सकें. इसलिए, हम लगातार आपको उनसे जुड़ी ख़बरें दिखाते रहते हैं. ताकि सेना के शौर्य और बलिदान की कहानी आपको प्रेरित करती रहे. आज भी हम एक ऐसी ही छोटी सी कोशिश कर रहे हैं.

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