IGNOU का BCA का पेपर व्हाट्सएप पर लीक, मुकदमा दर्ज
सीबीएसई के बाद दिल्ली में इग्नू का बीसीए का प्रोग्रामिंग इन सी प्लस प्लस का पेपर लीक होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह पेपर 5 दिसंबर को इग्नू में परीक्षा शुरू होते की लीक हो गया और कई व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रसारित हो गया।पेपर एक ग्रुप से जुड़े इग्नू अधिकारी तक भी पहुंच गया।
इसकी सूचना तुरंत इग्नू के आला अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद आला अधिकारियों ने कई परीक्षा केन्द्रों का दौरा कर जानकारी जुटाई और शनिवार को मामले की सूचना पुलिस को दी। डाबरी थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। उधर इग्नू प्रशासन अब इस परीक्षा को रद्द करने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।
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डीसीपी आंटो अल्फोंस ने पेपर लीक होने की पुष्टि करते हुए बताया कि इग्नू के अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही मामले में आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार, 5 दिसंबर को इग्नू की परीक्षा थी। जिसके लिए इग्नू ने निरीक्षक विजय पाल की ड्यूटी द्वारका सेक्टर-3 स्थित परीक्षा केंद्र पर लगाई गई थी। दोपहर के सत्र में होने वाली परीक्षा से चंद मिनटों पहले विजयपाल ने इग्नू के रजिस्ट्रार को फोन पर सूचना दी कि परीक्षा केन्द्र पर कुछ परीक्षार्थियों के पास व्हाट्सएप पर पेपर मौजूद है।
यह पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक हुआ है और कई ग्रुप पर चल रहा है। पेपर लीक की जानकारी मिलते ही रजिस्ट्रार ने कई अधिकारियों को अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों पर जांच के लिए भेजा और क्षेत्रीय निदेशक को विजय पाल की तैनाती वाले केन्द्र पर जांच के लिए भेजा। .
एक ही ग्रुप से जुड़े से परीक्षार्थी :परीक्षा केन्द्रों पर जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों ने पाया कि केन्द्र में परीक्षा दे रहे कुछ परीक्षार्थी के पास लीक हुआ पेपर मौजूद था। ये सभी परीक्षार्थी एक ही व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े हुए थे। इस ग्रुप के अलावा भी कई व्हाट्सएप ग्रुप पर यह पेपर चल रहा था।ऐसे में अधिकारियों ने तुरंत केन्द्र में पेपर रखने के लिए अधिकृत कमरे की तलाशी ली और रजिस्ट्रार को केन्द्र से पेपर लीक की जानकारी दी।
मामले में इग्नू के रजिस्ट्रार की ओर से 8 दिसंबर को जानकारी देने के बाद डाबरी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने पेपर लीक करने वाले व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था , जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि जिस व्हाट्सएप ग्रुप में पेपर सबसे पहले आया था वह एक निजी इंस्टीट्यूट का था और यह इंस्टीट्यूट उत्तम नगर इलाके में है। पुलिस फिलहाल इस इंस्टीट्यूट के बारे में जानकारी जुटा रही है।