काफी हंगामेदार स्थिति और गहमागहमी के बीच आखिरकार गुरुवारको लोकसभा में तीन तलाक को लेकर बिल पास हो गया
काफी हंगामेदार स्थिति और गहमागहमी के बीच आखिरकार गुरुवार (27 दिसंबर) को लोकसभा में तीन तलाक को लेकर बिल पास हो गया. लंबे समय से इस तीन तलाक बिल को लेकर चली आ रही राजनीतिक उठापटक के बाद लोकसभा में पास हुए इस तीन तलाक बिल के बाद पश्चिम बंगाल की महिलाओं में भी खुशी का माहौल है. तीन तलाक बिल के लोकसभा में पास होने के बाद आसनसोल में भी इसे लेकर मुस्लिम समुदाय से जुड़ी महिलाओं ने खुशी मनाई .
भारतीय जनता पार्टी की पार्षद आशा शर्मा के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने न केवल एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बल्कि उन्हें मुबारकबाद देकर भी तीन तलाक पर अपनी खुशी जाहिर की. आशा शर्मा ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा मुस्लिम महिलाओं के लिए लिया गया यह फैसला ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है.
इस फैसले के बाद मुस्लिम समुदाय में अब तक दबाई और सताई जा रही महिलाएं अपनी आवाज ना केवल बुलंद कर पाएंगी बल्कि अपने हक की लड़ाई भी लड़ पाएंगी. वहीं इस उत्साह पूर्वक माहौल में खुशियां मना रहे मुस्लिम समुदाय से जुड़ी महिलाओं ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी उन्हें ना तो समानता का अधिकार मिला है और ना ही उनके सुरक्षा के लिए कोई कड़ा कानून था. अक्सर छोटी-छोटी बातों पर पति तीन तलाक कह कर अपनी जिम्मेदारियों से मुकर जाया करते थे. ऐसे में यह बिल उनके लिए वरदान साबित होगी.
महिलाओं ने कहा कि इस बिल के आने के बाद ना केवल तीन तलाक कह कर अपनी जिम्मेदारियों से मुकरने वाले लोगों को इस कानून की मदद से न केवल सजा मिलेगी बल्कि उनमें भय भी होगा. जिसके बाद तीन तलाक कह कर अपना पीछा छुड़ाने वाले लोगों में भय बढ़ेगा और वे ऐसा करने से पहले सोचने को विवश होंगे. यही नहीं इस कानून के बाद लगातार टूट रहे परिवारों को भी बचाने में काफी मदद मिलेगी.