राहुल गांधी ने ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ की निंदा की, CM विजय रूपाणी ने दिया ये जवाब
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ की निंदा करने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें बेशर्म झूठा बताया और कहा कि वह राज्य को विफल देखने के लिए आतुर हैं. रूपाणी ने कहा कि गुजरात के लोग गांधी की राज्य के प्रति नफरत को पहचान गए हैं और उन्होंने (लोगों ने) लगातार कांग्रेस को नाकारा है तथा आगे भी ऐसा करते रहेंगे. राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया था कि 2019 वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के नाराज प्रायोजक अब प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले इस कार्यक्रम से जुड़े नहीं रहना चाहते. राहुल गांधी पर विजय रूपाणी का इस तरह का बयान आने के बाद तय माना जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से पलटवार हो सकता है.
उन्होंने कहा था, ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट 2019 से नाराज प्रायोजक अब ‘एनओएमओ’ की अध्यक्षता वाले कार्यक्रम से जुड़े नहीं रहना चाहते. वे मंच छोड़कर चले गए, जैसा उन्हें पसंद है…खाली.’ कांग्रेस प्रमुख ने मीडिया में आ रही खबरों के हवाले से समिट को निशाना बनाया. गुजरात में निवेश को बढ़ावा देने के लिए ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ की शुरूआत प्रधानमंत्री मोदी ने 2003 में की थी. तब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे.
मीडिया की कुछ खबरों में दावा किया गया था कि ब्रिटेन ने ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट 2019’ के लिए साझेदार देश बनने से इंकार कर दिया है. ब्रिटेन ने संतोषजनक वाणिज्यिक नतीजे न मिलने के कारण इस कार्यक्रम से अलग रहने का फैसला किया है. खबरों के अनुसार, अमेरिका के बाद ब्रिटेन दूसरा बड़ा देश है जिसने इस सम्मेलन से अलग होने का निर्णय किया.
राहुल के ट्वीट के बाद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रूपाणी ने एक मीडिया रिपोर्ट का लिंक साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘आप एक बेशर्म झूठे हैं राहुल गांधी. वाइब्रेंट गुजरात समिट में पहले से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं. ये रहे तथ्य.’ मीडिया रिपोर्ट में मुख्यमंत्री रूपाणी के हवाले से कहा गया है कि समिट के पहले संस्करण में 10 देशों ने हिस्सा लिया था और 2019 में 16 राष्ट्र हिस्सा ले रहे हैं.
एक अन्य ट्वीट में रूपाणी ने कहा ‘आपके ट्वीट का लहजा बताता है कि आप गुजरात को असफल देखने के लिए आतुर हैं. गुजराती लोग राज्य के लिए आपकी नफरत को समझते हैं, उन्होंने कांग्रेस को लगातार नकारा है और आगे भी नकारेंगे.’