अमित शाह ने इशारों में दी शिवसेना को चेतावनी, ‘साथ चुनाव नहीं लड़े तो पटक देंगे’
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए रविवार को कहा कि यदि गठबंधन होता है तो पार्टी अपने सहयोगी दलों की जीत सुनिश्चित करेगी और यदि ऐसा नहीं होता है तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को करारी शिकस्त देगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को राज्य की 48 लोकसभा सीटों में 40 पर जीत हासिल करने का लक्ष्य दिए जाने के फौरन बाद शाह ने यह टिप्पणी की. शाह और फडणवीस ने रविवार को कई जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन की संभावना के भ्रम से दूर रहना चाहिए. यदि सहयोगी दल हमारे साथ आते हैं तो हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे, अन्यथा हम उन्हें ‘‘पटक देंगे.’’ पार्टी कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर तैयारी करना चाहिए.
उन्होंने इन चुनावों की तुलना पानीपत की तीसरी लड़ाई से की. गौरतलब है कि पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठा सेना को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली की सेना ने हराया था. भाजपा प्रमुख ने कहा कि उस लड़ाई के बाद देश 200 साल तक गुलाम रहा था. उन्होंने कहा, ‘यदि हम यह चुनाव जीतते हैं तो हमारी विचारधारा अगले 50 साल तक शासन करेगी.’ शाह ने फडणवीस के विचारों से सहमति जताते हुए कहा, ‘हमें (महाराष्ट्र में) 48 में कम से कम 40 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखना चाहिए.’
शिवसेना ने दिया तीखा जवाब
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान से उनका और उनकी पार्टी का पर्दाफाश हुआ है. जनता की भावना को शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बोल कर दिखाया. पहले मंदिर फिर सरकार का नारा दिया. उसी बात का बुरा अमित शाह को लगा है. शिवसेना के आक्रमक रवैये से बीजेपी के पैरों तले जमीन खिसक गई है. लगता है भाजपा को हिंदुत्व रास नहीं आ रहा है. पांच राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद बीजेपी का ग्राफ गिर रहा है. देश की जनता ने उन्हें उनकी जगह दिखानी शुरू कर दी है. लोकसभा की 40 सीटों की घोषणा कर ईवीएम मशीन के साथ अपना गठबंधन होने की बात भाजपा ने मान ली है. अब हो जाने दो, हमेशा शिवसेना दो हाथ करने को लिए तैयार ही रहती है. किसी को भी आने दो, होने दो सामना, यह महाराष्ट्र दिखाकर ही रहेगा.