पाकिस्तान में भारतीय कार्यक्रमों पर बैन बॉलीवुड को नहीं आया रास,
मुंबई के जुहू में कैफी आज़मी की सभी जन्मदिवस की वर्षगांठ मनाई जा रही थी जिसमें बॉलीवुड के कई सितारे शामिल हुए. कार्यक्रम में विद्या बालन, सिद्धार्थ रॉय कपूर ,इला अरुण ,नीना गुप्ता, दिव्या दत्ता नंदिता दास, फरहान अख्तर जैसे कई कलाकार मौजूद थे. कार्यक्रम के आयोजकों में शामिल जावेद अख्तर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान द्वारा भारतीय कांटेक्ट पर प्रतिबंध लगाने के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी.
कैफी आज़मी के 100 वीं वर्षगांठ सेलिब्रेशन के दौरान आज म्यूजिकल इवनिंग का आयोजन किया गया था. इसी मौके पर कार्यक्रम खत्म होने के बाद जावेद अख्तर मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा, “यह प्रतिबंध वाली बात समझ नहीं आती. ये सब बेकार कि बातें हैं. कई बार उन्होंने लता मंगेशकर को पाकिस्तान नहीं आने दिया, हमारा कॉन्टेंट किसी का कल्चर क्या खराब करेगा, हम उनके टीवी शोज़ यहां भारत में देखते हैं, ये सब बेकार की बातें लगती हैं.”
उधर, देश- विदेश में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में परफॉर्म करती आई इला अरुण ने पाकिस्तान में भारतीय कार्यक्रमों पर लगे बैन पर अपनी राय रखी. इला अरुण ने कहा कि फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन, फ्रीडम ऑफ स्पीच सबसे अहम है और चाहे वह कोई भी देश हो..वहां का देश हो या यहां का देश हो…अगर फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन पर पाबंदी लगाई जाती है, रोक-टोक की जाती है तो यह बात बिल्कुल गलत है यह सही नहीं है. आपको बता दें कि पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने पाकिस्तान टीवी चैनलों पर भारतीय कार्यक्रम दिखाने पर पाबंदी लगा दी है. उसका मानना है कि इससे उनकी संस्कृति को नुकसान पहुंच रहा है.
बेहतरीन अदाकारा और अपनी फिल्मों में अपने किरदारों से जान भरने वाली, दिव्या दत्ता ने पाकिस्तान में भारतीय कार्यक्रमों पर लगे प्रतिबंध को लेकर अपनी राय दी. दिव्या ने कहा कि आर्ट और कल्चर सीमा में नहीं बंधे हैं और उन्हें सीमा में बांधना नहीं चाहिए. इस तरह की रोक बिल्कुल सही नहीं है ..आर्ट और कल्चर तो सांस्कृतिक धरोहर है. बधाई हो, मुल्क, वीरे दी वेडिंग जैसी कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाली नीना गुप्ता ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि प्रतिबंध वगैरह कुछ नहीं होता…यह सब कुछ राजनीति से प्रेरित है. आम जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता जिसे जो देखना है, वह देखता है