कितनी सुरक्षित हैं इंटरनेट पर आपकी निजी जानकारियां ?
हमारे देश की एक पुरानी कहावत है कि घर का भेदी लंका ढाए. त्रेता युग में विभिषण ने अपने भाई रावण से जुड़ा महत्त्वपूर्ण Data लीक किया था. जिसके बाद लंका का पतन हो गया था. आज 21वीं सदी का दौर हैं और इसमें आपके मोबाइल फोन का Data….आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है. और इस संपत्ति पर Facebook की नज़र है. आज के कलियुग में फेसबुक आपके मोबाइल फोन का भेदी बन चुका है.
आप इंटरनेट पर क्या Search करते हैं . आपका पसंदीदा brand कौन सा है . आप घूमने के लिए कहां जाना चाहते हैं . ये सारी जानकारी फेसबुक को पता है और फेसबुक, ये Data दूसरी कंपनियों को बेच देता है . इसके बाद इन कंपनियों के विज्ञापन आपका पीछा करते हैं और आप के मन पर ऐसा दबाव बनाते हैं कि आप उनका Product खरीद लें. आपने ये नोट किया होगा कि जब आप कुछ खरीदने के लिए उसके बारे में Internet पर सर्च करते हैं तो फिर उस Product के विज्ञापन आपको हर जगह नज़र आने लगते हैं.
यहां तक कि अगर आप Facebook के App को अपने मोबाइल फोन से uninstall या डिलीट कर देते हैं तब भी आपका data…फेसबुक तक पहुंचता रहता है .
अमेरिका की एक एजेंसी Privacy International ने Facebook पर एक रिसर्च किया है. और इस एजेंसी के मुताबिक अलग अलग Mobile App Stores पर मौजूद 61 प्रतिशत apps के साथ फेसबुक का गुप्त समझौता है. और इसीलिए App Install ना होने के बावजूद आपकी सारी जानकारी, फेसबुक के पास पहुंच जाती है.
अमेरिका की इस रिसर्च एजेंसी ने कुछ Apps का नाम भी लिया है. इनमें पहले पहले नंबर पर है Job database कंपनी Indeed.
दूसरे नंबर पर है, Travel Deals और Restaurants ढूंढने वाली app… TripAdvisor.
इसके अलावा दुनिया की अलग अलग भाषाएं सिखाने वाली app..Duo-lingo भी आपका डेटा फेसबुक को भेज देती है.
रिसर्च के मुताबिक इन applications को फेसबुक के Software Development Kit की मदद से तैयार किया जाता हैं. और इसी की मदद से Facebook, लोगों की गतिविधि को track कर लेता है. इन जानकारियों का इस्तेमाल digital advertising के लिए किया जाता है
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि वर्ष 2017 में फेसबुक ने digital advertising के ज़रिए हर फेसबुक User से औसतन 1500 रूपये की कमाई की .
भारत में फेसबुक के साढ़े 29 करोड़ Users हैं. ऐसे में फेसबुक ने भारत के लोगों से 44 हज़ार 250 करोड़ रुपये कमाए
जबकि पूरी दुनिया में फेसबुक के 227 करोड़ Users हैं. इस हिसाब से फेसबुक ने पूरी दुनिया में अपने Users से 3 लाख 40 हज़ार 500 करोड़ रुपये कमाए.
जबकि आप सोचते हैं कि आप मुफ्त में फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे आपको ये समझना चाहिए कि दुनिया में कुछ भी मुफ़्त नहीं होता, और अगर आप मुफ़्त में किसी चीज़ का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप खुद ही किसी कंपनी के बिकाऊ Product बन चुके हैं.