युवाओं की तुलना में बुजुर्ग ज्यादा होते है झूठी खबरों के शिकार : रिसर्च
आजकल फेक न्यूज यानी झूठी खबरें इन दिनों पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। सोशल मीडिया और मैसेजिंग एप पर फेक न्यूज शेयर करने के मामले सामने आते रहते हैं। हर ओर शेयर होती ऐसी झूठी खबरों को देखकर अक्सर मन में सवाल उठता है कि इन्हें शेयर करने और इनके झांसे में आने वाले कौन लोग होते हैं।
यह सामने आया अध्ययन में
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार अमेरिका में किए गए एक अध्ययन में एक अनोखा तथ्य सामने आया है दरअसल इसके मुताबिक, युवाओं की तुलना में बुजुर्ग लोग इन खबरों के झांसे में आकर इन्हें ज्यादा शेयर करते हैं। अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन को अंजाम दिया। अध्ययन में पाया गया कि अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान 8.5 फीसद अमेरिकी नागरिकों ने फेसबुक पर फेक न्यूज के लिंक शेयर किए थे। इस तरह की खबरों को शेयर करने वालों में उम्र का बड़ा अंतर देखने को मिला।
ऐसा था पूरा रिसर्च
जानकारी के लिए बता दें इस अध्ययन के मुताबिक, 18 से 29 साल की उम्र के युवाओं में मात्र तीन फीसद ने ऐसी खबरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया। वहीं 65 साल से ज्यादा की उम्र के 11 फीसद लोगों ने इन्हें शेयर किया। अध्ययन में सबसे महत्वपूर्ण बात यह निकलकर आई कि फेक न्यूज से प्रभावित होकर उन्हें साझा करने वालों पर किसी विचारधारा की ओर झुकाव जैसी बातों का कोई प्रभाव नहीं था।