हरिद्वार में सूर्यास्त का नजारा देखने गए दो युवक नीलधारा टापू पर फंसे

सूर्यास्त का नजारा देखने नीलधारा पहुंचे वाराणसी और बिजनौर के दो युवक अचानक पानी बढ़ने पर गंगा के बीच टापू पर फंस गए। मोबाइल पर उन्होंने अपने दोस्त से संपर्क किया। इस पर दोस्त ने पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी, जिसके बाद श्यामपुर थाने की चंडीघाट पुलिस चौकी व जल पुलिस की टीम ने रेसक्यू कर दोनों युवकों को बचाया।

वाराणसी के गांव नवलपुर निवासी प्रणव उपाध्याय और बिजनौर जिले के बुखारा गांव निवासी अभिनव यहां औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल की एक कंपनी में इंटरव्यू देने हरिद्वार आए थे। कंपनी में इंटरव्यू के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और शाम के समय दोनों सूर्यास्त का नजारा देखने गंगा की नीलधारा पहुंच गए। सूरज छिपने पर दोनों मोबाइल पर एक दूसरे की फोटो, वीडियो और सेल्फी लेने लगे। उन्हें पता ही नहीं चला कि कब नीलधारा में पानी बढ़ गया।

वापस लौटने के दौरान उन्होंने पानी का तेज ऊफान देखा तो होश उड़ गए। घबराहट में उन्होंने अपने एक मित्र के मोबाइल पर फोन कर पूरी कहानी बताई। उनके मित्र ने पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन किया। कंट्रोल रूम से दो युवकों के नीलधारा के बीच में फंसे होने की सूचना फ्लैश होने पर पुलिस में हड़कंप मच गया। श्यामपुर थाने की चंडीघाट पुलिस चौकी पर तैनात विजय कुमार सैलानी तुरंत अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंचे। धीरे-धीरे अंधेरा होने के चलते दोनों युवक जैसे-जैसे आंखों से ओझल होते जा रहे थे, वैसे-वैसे पुलिस की चिंता भी बढ़ रही थी।

उपनिरीक्षक विजय सैलानी ने लालजीवाला डैम से जलस्तर कम कराते हुए पुलिस के गोताखोरों को बुलवाया। कड़ी मशक्कत के बाद रेसक्यू कर दोनों युवकों को सकुशल बचा लिया गया। तब दोनों युवकों और पुलिस की जान में जान आई। युवकों ने जान बचाने के लिए पुलिस को धन्यवाद दिया। वहीं, पुलिस ने भविष्य में ऐसी नादानी न करने की हिदायत उन्हें दी। सीओ सिटी धीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दोनों युवकों का सकुशल बचा लिया गया है। दोनों सूर्यास्त का नजारा देखने नीलधारा गए थे।

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