जानिए- कोल्ड ड्रिंक की बोतल से 10वीं की छात्रा ने कैसे तैयार किया माइक्रोस्कोप
इनोवेशन के माध्यम से दुनिया फतह करने की इच्छा लेकर अब स्कूली बच्चे भी जुट गए हैं। दिल्ली के राजेंद्र नगर के सालवान पब्लिक स्कूल की दसवीं की छात्रा अनन्या ¨सह ने भी एक ऐसा ही नायाब इनोवेशन किया है। अनन्या ने कोल्ड ड्रिंक की एक इस्तेमाल की गई बोतल से माइक्रोस्कोप तैयार किया है। इसका नाम प्लास्टोस्कोप रखा है। इस इनोवेशन के लिए उन्हें इंस्पायर पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है।
अनन्या के प्रोजेक्ट में उनकी बॉयोटेक्नोलॉजी की शिक्षिका डॉ. शिल्पा रघुवंशी चौहान ने साथ दिया। वहीं स्कूल की फिजिक्स की शिक्षिका वाणी रंगा ने भी अनन्या एवं डॉ. शिल्पा के साथ इस प्रोजेक्ट में काम किया है। अनन्या इस प्रोजेक्ट का पेटेंट भी फाइल करने जा रही है।
कैसे आया आइडिया
अनन्या ने कहा कि जून 2018 में वह मेरठ के मेहलपा गांव के एक विद्यालय में गई थी। वहां स्कूल की लैब में एक भी माइक्रोस्कोप नहीं था। उसे इंस्पायर अवार्ड के बारे में पता चला तो उसने सोचा क्यूं न माइक्रोस्कोप के जैसा ही कोई यंत्र खुद ही बनाया जाए।
क्या है प्लास्टोस्कोप
इस प्लास्टोस्कोप में खाली प्लास्टिक की बोतल के ढक्कन से लगे लैंस को नियंत्रित किया जाता है। इसके जरिये बैक्टीरिया, जानवरों, पौधों की कोशिकाओं को बड़ी ही आसानी से देखा जा सकता है। माइक्रोस्कोप 13 हजार का आता है, जबकि इसे महज 250 रुपये में तैयार किया गया है।
देश भर के 60 छात्रों को इंस्पायर अवार्ड से सम्मानित किया गया
गुरुवार और शुक्रवार को आइआइटी दिल्ली में 7वीं राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का आयोजन केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) और नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन-इंडिया (ए्नआइएफ) की तरफ से किया गया। इसमें देश भर से कुल 850 चयनित छठीं से दसवीं कक्षा के छात्रों ने हिस्सा लिया। इनमें 60 छात्रों को बेहतरीन इनोवेशन के प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए इंस्पायर अवार्ड से सम्मानित किया गया। डीएसटी के सचिव प्रो. आशीष शर्मा, एनआइएफ के निदेशक डॉ. विपिन कुमार, आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव ने छात्रों को सम्मानित। प्रतियोगिता में देशभर से कुल 1 लाख 25 हजार स्कूलों में से 2 लाख 80 हजार छात्रों ने हिस्सा लेने के लिए आवेदन दिए थे, जिनमें 850 छात्रों का चयन हुआ था।