विश्व कप के मैच के बारे में चहल ने कहा कि इसका फैसला भारत सरकार व बीसीसीआइ को करना है
पुलवामा में हुए आतंकी हमले का विरोध जताते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल ने जो बातें कही उससे यही लगता है कि उनके सब्र का बांध अब टूट चुका है। चहल ने इस घटना को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और साफ तौर पर कहा कि आंतकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी ही चाहिए।
युजवेंद्र चहल ने कहा कि ये सब अर एक ही बार में खत्म होना चाहिए। हम इसे ज्यादा समय तक नहीं सहन कर सकते हैं। हर तीन महीनों में हम यही सुनते हैं कि आतंकियों की वजह से हमारे जवान फिर शहीद हो गए। अब हमें देश के और जवानों के शहीद होने का इंतजार नहीं करना चाहिए। यानी इससे मेरा मतबल साफ है कि अब आर या पार की लड़ाई हो ही जानी चाहिए। आतंकी हमले का विरोध क्रिकेट जगह भी जोर-शोर से कर रहा है और अब इंग्लैंड में होने वाले अगले विश्व कप में इस विरोध की वजह से भारत व पाकिस्तान के बीच 16 जून को खेले जाने वाले मैच पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। क्रिकेटर ही नहीं पूरे देश की जनता की भी यही मांग है कि अब भारत को अपने दुश्मन देश पाकिस्तान के खिलाफ ये मैच नहीं खेलना चाहिए।
विश्व कप में होने वाले मैच को लेकर चहल ने साफ तौर पर कहा कि मुझे नहीं पता कि ये मुकाबला खेला जाएगा या नहीं। इस पर फैसला बीसीसीआइ और भारत सरकार को करना है। मैच खेलने या फिर नहीं खेलने का फैसला कोई एक या दो खिलाड़ी नहीं कर सकते। मुझे सिर्फ इतना ही कहना है कि इस तरह का आतंक फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
चहल इस वक्त भारत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले क्रिकेट सीरीज की तैयारियों में लगे हैं। भारत को कंगारू टीम के खिलाफ अपनी धरती पर दो मैचों की टी 20 और पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है। टी 20 सीरीज की शुरुआत 24 फरवरी से होगी। चहल ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था।