अलौकिक और अद्वितीय कुंभ का वैभव देखने शुक्रवार को दुनिया के 187 देशों के 189 डेलीगेट्स संगमनगरी पहुंचे
अलौकिक और अद्वितीय कुंभ का वैभव देखने शुक्रवार को दुनिया के 187 देशों के 189 डेलीगेट्स संगमनगरी पहुंचे। उन्हें विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह दो हवाई जहाज से लेकर बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां पर उनका प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद सभी डेलीगेट्स बस से कुंभ मेला के अरैल क्षेत्र स्थित कलाग्राम और संस्कृति ग्राम देखने पहुंचे।
विदेशी मेहमान भारतीय कला और संस्कृति से रूबरू हुए
वहां पर विदेशी मेहमानों ने भारत की प्राचीन कला एवं संस्कृति देखी। फिर दो क्रूज से कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद एवं डीाआइजी कुंभ केपी सिंह के नेतृत्व में डेलीगेट़्स किला स्थित वीआइपी घाट पहुंचे। वहां पर पीएसी बैंड ने देशभक्ति के तराने प्रस्तुत किए। इसके बाद डेलीगेट़्स किला स्थित मूल अक्षयवट का दर्शन किए। फिर वातानुकूलित बसों से उन्हें संगम नोज ले जाया गया।
पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाई
वहां पर विदेशी मेहमानों ने पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। विदेशी प्रतिनिधिमंडल के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर ही त्रिपुरा, असम व नागालैंड के लोक कलाकारों ने लोकनृत्य भी प्रस्तुत किया। विदेशी डेलीगेट्स शुक्रवार को सुबह 9:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से शटल बसों से वह कुंभ मेला क्षेत्र के अरैल पहुंचे। वहां स्थित विश्व सहभागिता क्षेत्र (फ्लैग एरिया), जहां 71 देशों के राजनयिकों ने अपने देशों के ध्वज फहराए थे। विदेशी प्रतिनिधिमंडल दोपहर 2:40 बजे एनसीजेडसीसी से चलकर बमरौली एयरपोर्ट जाएगा, वहां से वायुयान द्वारा दिल्ली रवाना हुए।
भाषा नहीं भावों से पढ़ी भारतीय संस्कृति की अनूठी गाथा
कला, संस्कृति और संगीत किसी भाषा की मोहताज नहीं। चलो मन गंगा यमुना तीर के सांस्कृतिक पंडाल में मौजूद सैकड़ों विदेशी मेहमान जिस तरह से कथक से लेकर जनजातीय लोकनृत्यों पर मंत्रमुग्ध हुए उसे देखकर इस पंक्ति का साफ अहसास होता है। 188 देशों के डेलीगेट्स ने यहां कलाकारों का खूब उत्साहवर्धन किया। कभी तालियां बजाई तो कभी अपने अंदाज में शाबाशी दी। साथ ही अपने कैमरे में विभिन्न नृत्य मुद्राओं को कैद भी किया। विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने सभी का स्वागत किया। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आभार जताया।
स्वामी अवधेशानंद ने भारतीय परंपराओं से कराया रूबरू
अबू धाबी से आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने लाइव टेलीकास्ट के जरिए प्रतिनिधियों को भारतीय परंपराओं से रूबरू कराया। उन्होंने कहाकि भारत एक आध्यात्मिक देश है। यह एक ऐसा देश है जहां अतिथियों को देवता की तरह सम्मान दिया जाता है। उन्होंने दिव्य कुंभ-भव्य कुंभ की महिमा का बखान किया।
एक-एक पल को करते रहे कैमरे में कैद
विदेशी प्रतिनिधि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को देखकर इस तरह अभिभूत थे कि प्रत्येक पल को वह अपने कैमरे में कैद करते रहे। तो वहीं कुछ प्रतिनिधियों ने इस प्रस्तुतियों से संबंधित जानकारी अपनी डायरी में नोट कर रहे थे।
स्वच्छता व स्वागत से प्रभावित
विदेशी प्रतिनिधि प्रयागराज में स्वच्छता और स्वागत से काफी प्रभावित थे। हांगकांग से आए जैकी का कहना था इस तरह की प्रस्तुतियां अन्य देशों में नहीं देखी। अफ्रीका से आए लमीन मंगा ने कहा कि पहली बार इस तरह का शहर देखा है जहां की सांस्कृतिक कला अद्भुत है।
कुंभ में हुआ वैश्विक समागम : वीके सिंह
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि कुंभ में वैश्विक समागम हुआ है। देश और दुनिया भर से अब तक लगभग 22 करोड़ श्रद्धालु व पर्यटक कुंभ के साक्षी बन चुके हैं। विदेशी डेलीगेट्स को लेकर यहां पहुंचे विदेश राज्य मंत्री संगम नोज पर मीडिया से भी मुखातिब हुए। कहा कि इस कुंभ के बाद प्रयागराज आस्था के बड़े केंद्र के साथ ही पर्यटन का बड़ा केंद्र बन गया है। विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि विदेशों में कुंभ को लेकर काफी उत्सुकता रही। यही वजह रही कि भारी तादाद में विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु कुंभ की छटा देखने संगमनगरी पहुंचे। कहाकि यहां सिर्फ तीन नदियों का संगम नहीं बल्कि विभिन्नता में एकता का भी संगम होता है। यहां विभिन्न मतों और विचारों का भी संगम होता है।
कहा, कुंभ की भव्यता को समझने की पूरी दुनिया में ललक
पूरी दुनिया ही कुंभ की महानता, भव्यता को जानने, समझने और देखने को लालायित रही। भारतीय संस्कृति और सभ्यता का पूरे विश्व में डंका बज रहा है। शाही स्नान के बाद भी जिस तरह से श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ कुंभ में उमड़ रही है, वह गवाह है, यहां की सनातन धर्म पर विश्वास का। विदेश राज्य मंत्री और उनकी पत्नी भारती सिंह ने अक्षयवट व त्रिवेणी दर्शन-पूजन भी किया।