वायुसेना के विमानों ने आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के कई ठिकानों पर लेजर गाइडेड बम गिराकर नेस्तनाबूत कर दिया

 पुलवामा हमले का बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर उसे सबक सिखाया है। वायुसेना के विमानों ने आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के कई ठिकानों पर लेजर गाइडेड बम गिराकर नेस्तनाबूत कर दिया है। इस सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर देशवासी खुश हैं, वहीं इस कार्रवाई से सबसे ज्यादा सुकून शहीद हुए जवानों के परिजनों को मिला है। मंगलवार सुबह जब जागरण ने शहीदों के परिजनों ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि पाक को सबक सिखाना बहुत जरूरी है।
शहीद की मां बोलीं दिल को मिला सुकून
उन्नाव के शहीद अजीत कुमार आजाद की मां राजवंती ने कहा कि पाकिस्तान पर प्रधानमंत्री ने जो अटैक कराया है वह शहीद सैनिकों की माताओं के दिल को सुकून देने वाला है। कहा कि सिर्फ ठिकाने नष्ट करने से काम नहीं चलेगा आतंकवाद का खात्मा करने के लिए सीधा हमला होना चाहिए सही मायने में छाती को ठंडक तब आएगी जब आतंकवाद का पोषक पाकिस्तान भारत के सामने घुटने टेकेगा। वहीं दूसरी ओर शहीद की पत्नी मीना ने कहा की सुबह टीवी पर खबर सुनते ही कलेजे को ठंडक पहुंची लेकिन अभी पूरी तरह से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हूं इससे और बड़ा हमला होना चाहिए सार्थक हमला तब होगा जब पाकिस्तान खुद कहे हमारे इतने हजार लोग भारतीय सेना ने मार गिराए हैं। आज की जो सर्जिकल स्ट्राइक हुई है वह हमारे सैनिकों की जांबाजी का प्रमाण है। अगर प्रधानमंत्री उन्हें छूट दे देंगे तो वह अपने सैनिक भाइयों का बदला पाकिस्तान में घुसकर ले लेंगे।

अब किसी की मांग का सिन्दूर न मिटे

कन्नौज के शहीद प्रदीप सिंह की पत्नी नीरज देवी का का कहना है, वह सेना की कार्रवाई से संतुष्ट हैं। जब तक भारत (जम्मू-कश्मीर भी शामिल करते हुए) से आतंकवाद खत्म नहीं हो जाता, सेना को कार्रवाई नहीं रोकनी चाहिए। हमने 44 से ज़्यादा जवान खो दिए हैं, उनमें कोई किसी का बेटा तो कोई किसी का पति था। वह अभी भी अपने इन बेटों को याद कर रो पड़ते हैं। अब किसी का बेटा न खोए, अब किसी की मांग का सिन्दूर न मिटे। उन्होंने ये भी कहा, देश के अंदर जो आतंकी हैं, उन्हें भी ऐसी ही सजा देनी चाहिए कि कोई भारत के खिलाफ साजिश रचने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने कहा कि सेना को अधिक से अधिक सुविधाएं दी जाएं, ताकि पुलवामा जैसा हमला फिर कभी न हो।
वहीं शहीद प्रदीप सिंह के भाई कुलदीप ने इस कार्रवाई पर खुशी जताई है। कहा, सेना ने अब जो शुरू किया है, उसे रोकना नहीं चाहिए। ये कार्रवाई जब तक जारी रहनी चाहिए, जब तक कि उनका जड़ से सफाया न हो जाए। सेना के इस कदम ने सिर्फ उनका ही नही देश के सभी शहीदों के परिजनों और देश के लोगों का सर गर्व से ऊंचा किया है। वहीं उनके पिता अमर सिंह का कहना है, सेना की कार्रवाई से वो खुश हैं, मगर हमें इतने मात्र से खुश होकर नहीं बैठ जाना चाहिए। अब जो शुरू किया है उस मिशन को खत्म कर ही बैठें। उन्होंने ये भी कहा, पाकिस्तान जैसे देश से हर तरह के संबंध खत्म कर देने चाहिए। अब किसी भी तरह की बातचीत न हो।

सरकार से ऐसी ही उम्मीद थी

कानपुर देहात के शहीद श्यामबाबू के पिता रामप्रसाद को सुबह जैसे ही गांव के कुछ लोगों ने जानकारी दी तो कुछ देर के लिए चुप रहे और उनके आंखों से आंसू बह चले। उन्होंने कहा कि देश ने अपने खोये लालों का बदला ले लिया, पाकिस्तान को उसकी औकात बता दी, सरकार से ऐसी ही उम्मीद थी। शहीद के भाई कमलेश ने कहा, भारतीय सेना ने मेरे शहीद भाई का बदला ले लिया है, शहीद की पत्नी रूबी ने कहा, पति तो वापस नहीं आ सकते लेकिन भारतीय सेना ने जो किया उससे देश का सिर ऊंचा हो गया है।

जड़ से खत्म किया जाए आतंकवाद

इटावा के शहीद रामवकील के 12 वर्षीय पुत्र राहुल ने भारतीय वायु सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर खुशी जताई। उसने कहा कि अब इससे भी बड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की जरूरत है। 

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