सौरभ भारद्वाज के ‘कांग्रेस में चली जाओ’ के जवाब में अलका लांबा ने दे डाला बड़ा चैलेंज
लोकसभा चुनाव-2019 के प्रथम चरण के लिए मतदान होने में तकरीबन एक सप्ताह का समय है और सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। वहीं, दिल्ली में पिछले चार साल से सत्तासीन आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) के नेता आपस में भिड़ते नजर आ रहे हैं।
इस कड़ी में आम आदमी पार्टी के ही दो सम्मानित विधायक आपस में भिड़ गए। इनमें एक महिला विधायक अलका लांबा हैं, तो दूसरे दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सौरभ भारद्वाज। ट्विटर पर पूर्ण राज्य और कांग्रेस-AAP के बीच गठबंधन के मुद्दे पर हुई इस भिड़ंत में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर शब्दों के बाण चलाए और तंज कसते हुए एक-दूसरे के सवालों के जवाब भी दिए।
इस दौरान ट्वीटर ग्रेटर कैलाश से विधायक और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज और चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा के बीच काफी बहस हुई।
बहस की कड़ी में चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने ट्वीट किया- ‘हर पार्टी का अपना घोषणा पत्र होता है, कांग्रेस के घोषणा पत्र में पुडुचेरी को तो पूर्ण राज्य देने की बात है पर दिल्ली को लेकर नहीं है। साफ है कि कांग्रेस के लिए अब दिल्ली पूर्ण राज्य का मुद्दा नहीं रहा। वहीं AAP इसी मुद्दे को अपना प्रमुख मुद्दा बना रही है, ऐसे में गठबंधन कैसे होगा?
अलका के इस ट्वीट के जवाब में सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर पूछा, आप क्या चाहती हैं पूर्ण राज्य या..। इस पर अलका ने ट्वीट कर जवाब दिया- ‘मेरे चाहने न चाहने से क्या फर्क पड़ता है.. वैसे भी यह पूछने का समय अब निकल चुका है.. अब तो दिल्ली की जनता ही तय करेगी।’
इस पर भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा कि जनता को पता होना चाहिए, उनका नेता क्या चाहता है , तभी तो जनता अपने नेता के बारे में तय करेगी।’
इस पर अलका लांबा ने जवाब दिया- ‘मेरी जनता मुझे बखूबी जानती है, 2020 आने पर पूरे पांच साल का जवाब-हिसाब, और क्या सोचती हूं, सब बता दूंगी। दूसरी बात मैं आप से उलटा सोचती हूं, जनता से अधिक नेता को पता होना चाहिए कि उसकी जनता क्या सोचती और चाहती है। नेता को वही करना चाहिए न कि जनता पर अपनी बात थोपनी चाहिए। इस पर भारद्वाज ने कहा कि चलिए ये ही बता दीजिए कि नेताजी कि आपकी जनता क्या चाहती है – पूर्ण राज्य या …।’
ट्विटर पर दोनों में बहस इतनी बढ़ गई कि सौरभ भारद्वाज ने अलका से यहां तक लिख दिया- ‘आप कब गली-मोहल्ले में सभा कर पूछना चाहती हैं कि कांग्रेस में चली जाऊं क्या। हिम्मत दिखाइए कांग्रेस में जाने की।’
इस पर अलका ने लिखा, आप को इतनी जल्दी क्यों है। क्यों इतने बेचैन हैं। कुछ तो पहले ही जा चुके हैं। कुछ आसानी से जाने वाले नही हैं। कोशिश जारी रखिए। आप तो अभी सर्वे कर जनता से पूछने और मेरे साथ चलने की बात कह रहे थे। 3 अप्रैल को तीन बजे जामा मस्जिद के गेट नंबर एक पर इंतजार रहेगा। आप आइएगा जरूर।
इसके जवाब में ट्वीटर पर सौरभ भारद्वाज ने लिखा है- ‘चलो फिर थोड़ा सा हिम्मत दिखाओ,कल चले जाओ कांग्रेस में। है दम ?’
यहां पर बता दें कि इससे पहले भी कई मुद्दों पर आम आदमी पार्टी के ये दोनों नेता आपस में ट्वीटर पर भी भिड़ चुके हैं।