किसान विकास पत्र : सेविंग करने से पहले जरूर जानें ये 5 बड़ी बातें

किसान विकास पत्र (KVP) सरकार की तरफ से प्रायोजित एक खास स्मॉल सेविंग स्कीम है। डाकघर किसान विकास पत्र में निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज दर उपलब्ध करवाता है। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, केवीपी अकाउंट में निवेश की गई रकम 112 माह में डबल हो जाती है। अगर आप किसान विकास पत्र सेविंग स्कीम में निवेश करने जा रहे हैं तो उससे पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए।

किसान विकास पत्र सेविंग स्कीम के बारे में जानने योग्य 5 बातें:

ब्याज दर: इंडिया पोस्ट किसान विकास पत्र अकाउंट पर 7.7 फीसद की ब्याज दर देता है। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, इस स्कीम में जमा रकम 112 माह में डबल हो जाती है। इस सेविंग स्कीम में ब्याज सालाना जमा होता है।

निवेश की सीमा: किसान विकास पत्र में न्यूनतम 1000 रुपये जमा कर सकते हैं, इसमें अमाउंट 1000 रुपये के गुणकों में ही जमा किया जाता है। इस सेविंग स्कीम में अधिकतम रकम निवेश करने की कोई भी सीमा नहीं है।

पात्रता: एक किसान विकास पत्र अकाउंट बालिग ग्राहक स्वयं खुलवा सकते हैं। वहीं नाबालिगों के लिए यह अकाउंट 2 वयस्कों की तरफ से संयुक्त रूप से खोला जा सकता है। केवीपी को किसी भी डाकघर से खरीदा जा सकता है। इस सेविंग स्कीम के साथ नॉमिनी की सुविधा भी मिलती है। केवीपी सर्टिफिकेट को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के लिए और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कर सकते हैं।

मैच्योरिटी अवधि (लॉक-इन): किसान विकास पत्र से जारी होने की तारीख से 30 माह बाद पैसा निकाला जा सकता है।

इनकम टैक्स में छूट: आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत इनकम टैक्स में छूट मिलती है। किसान विकास पत्र के तहत किए गए निवेश में आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत आयकर लाभ के लिए दावा किया जा सकता है।

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