SBI, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में ऐसे खुलता है जीरो बैलेंस अकाउंट, ये है खासियत
भारत में सभी लोगों को सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए प्रोतसाहित करने लिए बैंक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट की पेशकश करते हैं। इन अकाउंट में लोगों को कोई भी न्यूनतम बैलेंस मेंटेन रखने की जरूरत नहीं है। यह उन लोगों के लिए उपयोगी हैं जो अपने अकाउंट में मंथली एवरेज बैलेंस (AMB) मेंटेन नहीं रख सकते हैं। आज के समय में लगभग सभी बैंक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट ऑफर करते हैं, इसका मतलब यह है कि अकाउंट में कोई भी बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है। इस प्रकार के अकाउंट को कोई भी व्यक्ति वैध केवाईसी डॉक्यूमेंट की मदद खुलवा सकता है। इस अकाउंट पर ब्याज की दर सामान्य सेविंग बैंक अकाउंट के जैसी है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, अकाउंट में 1 लाख या उससे अधिक पर 3.25 फीसद की ब्याज दर मिलेगी। वहीं अगर ग्राहक 1 लाख से कम जमा करता है तो उस पर 3.5 फीसद की ब्याज दर मिलेगी। इस अकाउंट के साथ रूपे एटीएम-कम-डेबिट कार्ड मिलेगा, जो बिल्कुल फ्री और मेंटेनेंस भी फ्री होगा। NEFT या RTGS के जरिए अकाउंट में मनी क्रेडिट भी फ्री है, इसी के साथ अकाउंट बंद करवाने पर भी कोई चार्ज नहीं लगता है। अगर ग्राहक के पास पहले से ही सेविंग बैंक अकाउंट है तो उसे बेसिक सेविंग अकाउंट खुलवाने के 30 दिनों के अंदर उसे बंद करवाना होगा।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)
अकाउंट में 50 लाख से कम जमा पर 3.5 फीसद की ब्याज दर मिलेगी। वहीं 50 लाख या उससे अधिक जमा पर 4 फीसद की दर से ब्याज मिलेगा। इस अकाउंट के साथ फ्री पासबुक, ब्रांच और एटीएम में फ्री कैश जमा करने की सुविधा। ग्राहक इस अकाउंट के साथ रूपे कार्ड एक्सेस कर सकते हैं। इस अकाउंट के साथ जिंदगी भर तक फ्री बिलपे, इंस्टाक्वेरी सुविधा और ईमेल स्टेटमेंट की सुविधा मिलेगी। इस बेसिक सेविंग अकाउंट को खुलवाते वक्त कोई भी बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है और कोई बैलेंस मेंटेन करने की भी जरूरत नहीं है।
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)
इस अकाउंट में 50 लाख रुपये तक जमा पर 3.5 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती है, वहीं 50 लाख से अधिक पर 4 फीसद प्रति वर्ष की दर से ब्याज मिलता है। इस अकाउंट के साथ रूपे कार्ड, कैश डिपॉजिट या निकासी और पासबुक फेसिलिटी मुफ्त मिलेगी। इस अकाउंट का कोई वार्षिक शुल्क नहीं है और वैल्यू एडेड एसएमएस अलर्ट की सुविधा भी फ्री है। इस अकाउंट में कोई मासिक राशि बरकरार रखने की जरूरत नहीं है।