मुखर्जी नगर इलाके में छोटी सी बात पर जमकर हुआ हंगामा, हाथ में तलवार लिए पुलिसवालों से भिड़ा टैम्‍पो ड्राइवर…

रविवार की शाम दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में छोटी सी बात पर जमकर हंगामा हुआ. दरअसल विवाद की शुरुआत दिल्ली पुलिस और ग्रामीण सेवा के ड्राइवर सरबजीत सिंह के बीच में गाड़ी को सड़क पर रोककर सवारी बैठाने को लेकर उस वक़्त  शुरू हुआ जब सरबजीत नाम का चालक गांधी विहार से आ रहा था, तो सरबजीत ने सवारी बैठाने के लिए सड़क पर अपनी गाड़ी को रोक दिया जिसकी वजह से जाम लगने की संभावना को देखते हुए मुखर्जी नगर थाने के एएसआई देवेंद्र से सरबजीत को टोका तो दोनों के बीच हल्की कहासुनी हो गई.

उस वक़्त तो देवेंद्र वहां से चले गए लेकिन सरबजीत जैसे ही थाने के पास पहुंचा एएसआई देवेंद्र ने उसे रोका और गाड़ी बीच सड़क पर खड़ी करने को लेकर फिर टोका तो सरबजीत ने अपनी तलवार निकाल कर पुलिस वाले को धमकाना शुरू कर दिया. सरबजीत के हाथ मे तलवार देख कर देवेंद्र ने फोन कर अपने साथी पुलिस वालों को बुलाने लगा. फोन करने के बाद देवेंद्र पैदल ही थाने गया और कई पुलिस वालों के साथ वापस आया. लेकिन उस वक़्त तक सरबजीत अपने 15 साल के बेटे बलवंत के साथ अपनी गाड़ी की तरफ जा रहा था. पीछे से आ रहे पुलिस वालों ने सरबजीत को आवाज़ लगाकर रुकने को बोला तो सरबजीत तलवार लेकर पुलिस वालों की तरफ आने लगा.

सरबजीत के हाथ मे तलवार देख पुलिस वाले रुक गए और पीछे हटने लगे. इसी बीच सादे कपड़ों में एएसआई योगराज ने सरबजीत को पीछे से पकड़ लिया. सरबजीत को बेबस देख मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने डंडों से पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान सरबजीत भी पुलिस वालों से भिड़ गया और उसने तलवार से पुलिस वालों के ऊपर हमला कर दिया, जिसमे योगराज के सिर पर चोट आई.

जिस वक़्त पुलिस वाले सरबजीत को काबू करने की कोशिश कर रहे थे उसी दौरान उसके बेटे बलवंत ने गाड़ी से पुलिस वालों को टक्कर मार दी. पुलिस ने किसी तरह सरबजीत और उसके बेटे को काबू किया और थाने ले गए. सरबजीत का कहना कि उसने आत्मरक्षा में पुलिस पर हमला किया था, जबकि उसके बेटे ने पुलिस पर थाने के अंदर बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया.

मुखर्जी नगर थाने के पास सरे शाम हुई इस वारदात का लोगों ने वीडियो भी बना लिया, मामले के तूल पकड़ने के बाद देर शाम दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के लोगों के साथ सिख समुदाय के लोगों के मुखर्जी नगर चौक को जाम कर पुलिस की गाड़ियों पर जमकर पथराव किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने 3 पुलिसवालों को सस्पेंड कर सरबजीत का मेडिकल करवाकर देर रात बिना उसके खिलाफ कोई कानूनी करवाई किये उसे घर भेज दिया.

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