सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा का अत्यधिक महत्व: धर्म

भगवान शिव की साधना के लिए समर्पित श्रावण मास 17 जुलाई से प्रारंभ होकर 15 अगस्त 2019 तक रहेगा। सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा का अत्यधिक महत्व है। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव के निराकार स्वरुप का प्रतीक ‘लिंग’ शिवरात्रि की  पावन तिथि की महानिशा में प्रकट होकर सर्वप्रथम ब्रह्मा और विष्णु के द्वारा पूजित हुआ था। वातावरण सहित घूमती धरती या अनंत ब्रह्माण्ड का अक्स ही लिंग है, इसलिए इसका आदि व अंत भी देवताओं तक के लिए अज्ञात है। सौरमंडल के ग्रहों के घूमने की कक्षा ही शिव के तन पर लिपटे सर्प हैं।

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