रामविलास पासवान ने सबसे पहले गुरू से मुलाकात की

शिक्षक के बिना आदर्श समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है. व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का खास महत्व होता है. शिक्षक को भगवान से बड़ा दर्जा मिला है. चाहे वह आम नागरिक हो, खिलाड़ी हो, अभिनेता हो या फिर नेता हो, किसी न किसी का कोई गुरू जरूर होता है. एलजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने साठ साल बाद अपने जीवन के सबसे पहले गुरू से मुलाकात की तो फूले नहीं समाए. अपने ट्वीटर पर उन्होंने तस्वीर शेयर की, जिसमें उनके चेहरे का भाव सबकुछ बयां कर रहा है.

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