पीएम मोदी की काशी में बिजली विभाग की उदासी, ढिबरी की रोशनी में बच्चे कर रहे होमवर्क
किसी खराबी के चलते क्षेत्र में एक-दो घंटे बिजली नहीं रहे तो बात समझ में आती है लेकिन दो दिन से क्षेत्र में बिजली नदारद रहे तो क्या परेशानी हो सकती है यह आप महसूस कर सकते हैं। निराला नगर में दो दिन से ऐसा ही है। बिजली विभाग की लापरवाही के चलते निराला नगर और आसपास क्षेत्रों में बिजली नहीं होने से हाहाकार मच गया है। बच्चे ढिबरी की रोशनी में होमवर्क करने के लिए मजबूर हैं तो लोग बिजली और पानी संकट से जूझ रहे हैं।
क्षेत्र खराबी कब दूर होगी और बिजली आएगी इस बारे में काई बताने वाला नहीं है। उपभोक्ताओं के शिकायत करने पर अभियंताओं ने खराबी दूर करने की बजाय अपना मोबाइल स्विच आफ कर लिया। इससे क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश है। निराला नगर के पंडित मुकेश शास्त्री का कहना है कि दो दिन से बिजली नहीं होने के चलते क्षेत्र में जलसंकट गहरा गया है। शिकायत करने के बाद भी कोई बिजली कर्मी नहीं पहुंचा। रामचंद्र प्रसाद का कहना है कि बिजली नहीं होने से घरों में खाना नहीं बन पा रहा है।
सोमवार का व्रत होने के बावजूद परिवार के सदस्य स्नान नहीं कर सके। ममता कहतीं है कि 15 दिन पहले क्षेत्र में खराबी होने के चलते बिजली गुल रही। अब क्षेत्र में दो दिन से बिजली नहीं है। इसकी शिकायत क्षेत्रीय अवर अभियंता से की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मिथिलेश शर्मा का कहना है कि क्षेत्र में पेड़ गिरने से कहीं तार टूट गया है और इसके चलते कई घंटे से बिजली गुल है। कब बिजली आएगी इस बारे में कोई अधिकारी बोल नहीं रहे हैं। हद तो तब हो गई जब जेई ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया।