आपके नवजात बच्चे को भी आ सकता है हार्ट अटैक, जानें लक्षण
आज के समय में हार्ट अटैक एक गंभीर बिमारी बन चुकी है जो किसी को भी हो सकती है. ये हर रोज़ किसी न किसी की जान ले रहा है जिससे सभी को सतर्क रखने की जरूरत है. 50 फीसदी लोग 50 साल से अधिक उम्र वाले और 25 फीसदी 40 की उम्र वाले होते हैं. इस समय में आप ये नहीं कह सकते कि कम उम्र के लोगों को हार्ट अटैक नहीं आ सकता. बल्कि नवजात बच्चों को भी हार्ट अटैक की समस्या होती हैं और आज हम आपके लिए इसके लक्षणों की जानकारी आपको देने जा रहे हैं. तो इन लक्षणों को ध्यान में रखा जाए.
स्तनपान न करना
शारीरिक रूप से सेहतमंद शिशु स्तनपान करने के अलावा दिन में 15 से 16 घंटे तक सोते हैं. लेकिन जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित शिशु स्तनपान नहीं करते हैं. जिसकी वजह से उसका वजन तेजी से घटने लगता है.
शरीर में नीलापन
शिशु में हृदय संबंधी गंभीर समस्या होने पर उसके शरीर में नीलापन दिखाई दे सकता है. दिल से जुड़े विकार की वजह से शरीर में मौजूद अस्वच्छ नीला खून, साफ लाल खून में मिलकर पूरे शरीर में प्रवाहित होने लगता है. ऐसी स्थिति में शरीर के अंग जैसे मुंह, कान, नाखूनों और होठों में नीलपन दिखाई देने लगता है. ऐसी स्थिति में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.
ज्यादा पसीना आना
हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को मां का दूध पीते समय बहुत पसीना आता है. इसके अलावा इस समय उसे सांस लेने में तकलीफ भी महसूस हो सकती है. ऐसी अवस्था में तुरंत बच्चे के चिकित्सक से संपर्क करें.
फेफड़ों में बार-बार इंफेक्शन
जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों में बार-बार फेफड़ों के संक्रमण होने का खतरा बना रहता है. ऐसे में बच्चे को बार-बार होने वाली खांसी, सांस में घरघराहट होने पर तुरंत उसके चिकित्सक से संपर्क करें.