फर्नीचर और ज्वलनशील पदार्थो से भड़की थी आग, हौजखास में FIR दर्ज
एम्स में लगी आग को भड़काने में वहां रखे फर्नीचर और ज्वलनशील चीजों की बहुत बड़ी भूमिका रही। वहीं, दीवार और कांच की खिड़कियों के कारण दमकल कर्मियों को आग बुझाने में खासी परेशानी हुई। दमकल अधिकारियों के मुताबिक जिस ब्लॉक में आग लगी थी वहां डाक्टरों के कमरे और रिसर्च लैब इत्यादि थे। लिहाजा वहां फर्नीचर और अन्य ज्वलनशील चीजें रखी हुई थीं। इससे संपर्क में आते ही आग बढ़ गई। एम्स में लगी आग के मामले में हौजखास पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है। आइपीसी की 336, 436, 285 धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।
बुझा देने के बाद दुबारा से शुरू हो गई थी आग
वहीं, शुरुआत में आग बुझा देने के बावजूद ऊपर की मंजिल पर दोबारा से आग शुरू हो गई है। अग्निशमन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एम्स में आग की सूचना विभाग को 4.50 बजे मिली थी। इसके बाद वहां तुरंत दमकल की 34 गाड़ियों को भेजा गया था। इसमें हाइड्रोलिक लिफ्ट भी शामिल थी। शुरुआत में शाम 6.25 बजे आग को काबू कर लिया गया। लेकिन बिल्डिंग की पांचवी मंजिल पर दोबारा आग फैल गई।
खिड़कियों में लगी कांच के कारण हुई दमकल कर्मियों की परेशानी
जिस बिल्डिंग में आग लगी थी उसके सामने सीमेंट के डिजाइनर निर्माण हैं वहीं, खिड़कियों में कांच लगे हुए हैं। इनकी वजह से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी और उन्हें परेशानी आई। अधिकारी आग लगने के स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहे हैं। उनका कहना है कि जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
एम्स में आग के बाद काटी गई बिजली, मची अफरातफरी
एम्स में लगी आग काबू नहीं हो पाने पर एम्स प्रशासन ने एहतियातन एम्स में बिजली काट दी है। इसकी वजह से एम्स के कुछ हिस्सों में अंधेरा हो गया और वहां अफरातफरी मच गई। घटना के बाद एम्स के टीचिंग ब्लॉक, इमरजेंसी ब्लॉक व जनरल वार्ड की बिजली काटी दी गई। यहां के मरीजों को आरपी सेंटर, कार्डियक न्यूरो सेंटर सहित एम्स के अन्य सेंटरों में भेज दिया गया। देर रात तक हालात नियंत्रित किए जाते रहे।
रेजिडेंट डॉक्टरों व नर्सो ने भी लोगों को बचाया
एम्स के टीचिंग ब्लॉक में लगी आग के कारण वहां पर अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान रेडिजेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों व नर्सो ने मरीजों को आग वाली जगह से लोगों को सुरक्षित निकाला। डॉक्टर ऐसा इसलिए कर पाए क्योंकि उन्हें इस भवन के सभी रास्तों व सुरक्षित आवागमन की जानकारी थी।