उ. कोरिया के जिन हैकिंग समूहों ने ठप की थी ब्रिटेन की हेल्थ सर्विस उन्हें अमेरिका ने किया बैन
अमेरिका ने उत्तर कोरिया द्वारा प्रायोजित तीन हैकिंग समूहों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध अमेरिका के वित्त विभाग द्वारा लगाया गया है। विभाग ने कहा कि वित्तीय संस्थानों से लाखों डॉलर की चोरी, क्रिप्टो करंसी के आदान-प्रदान एवं संस्थानों पर साइबर हमलों के पीछे इन समूहों का हाथ है। जिन समूहों को प्रतिबंधित किया गया है उनमें लैजारस ग्रुप, ब्लूनरॉफ और एंडैरियल शामिल हैं।
बताया जाता है कि इन समूहों का संबंध उत्तर कोरिया के इंटेलिजेंस ब्यूरो से है। साल 2018 के वन्नाक्राई हैकिंग मामले में भी इन्हीं समूहों का हाथ था। इस हैकिंग की घटना ने ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा को बुरी तरह प्रभावित किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन समूहों ने दुनिया भर के बैंकों एवं दूसरी संस्थाओं को अपना निशाना बनाया था। लैजारस ग्रुप और इसके दो उप समूह ब्ल्यूनोर्फ और एंडारियल को उत्तर कोरिया की प्राथमिक खुफिया एजेंसी रिकॉनिंसेंस जनरल ब्यूरो (RGB) नियंत्रित करती है। यह एजेंसी हथियारों के कारोबार में भी शामिल है।
बता दें कि अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने और राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के लिए उत्तर कोरिया लगातार दबाव बना रहा है। इसके लिए वह लगातार हथियारों का परीक्षण कर रहा है। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (Korean Central News Agency (KCNA) के अनुसार, हाल ही में उत्तर कोरिया (North Korea) ने अपने शासक किम जोंग-उन (Kim Jong-un) के मार्गदर्शन में सुपर-लार्ज मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर (superlarge multiple rocket launcher) का परीक्षण किया था।
उत्तर कोरिया का कहना है कि किम जोंग उन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ नए दौर की बातचीत करने के लिए तैयार है। हालांकि, उसने यह भी कहा कि इस बातचीत के लिए अमेरिका को नए प्रस्ताव के साथ पहल करनी चाहिए। रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले महीने उत्तर कोरिया ने आठ से ज्यादा मिसाइलों का परीक्षण किया था। वहीं अमेरिका उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को दुनिया के लिए बड़ा खतरा बता चुका है।